हार के बावजूद भारतीय महिला जूनियर टीम बनी चैंपियन, ऑस्ट्रेलिया को छोड़ा पीछे

कैनबरा. भारतीय महिला जूनियर हॉकी (Indian Junior Women Hockey Team) टीम को तीन देशों के हॉकी टूर्नामेंट के अपने चौथे और अंतिम मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथों के 1-2 से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के बावजूद भारतीय टीम ने शीर्ष स्थान के साथ टूर्नामेंट का समापन किया. यह भारतीय टीम की टूर्नामेंट में पहली हार है और उसने इस टूर्नामेंट का अंत अंकतालिका में टॉप पर रहकर किया.
पहले क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया रही हावी
ऑस्ट्रेलिया की ओर से एबिगेल विलसन ने 15वें और 56वें मिनट में गोल किए जबकि भारत की ओर से एकमात्र गोल गगनदीप कौर ने 53वें मिनट में किया. भारतीय टीम के लिए पहला हाफ बहुत कठिन रहा जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने मेहमान टीम पर तगड़ा दबाव बनाया. भारतीय टीम को भी पहले क्वार्टर में कुछ मौके जरूर मिले लेकिन वह उन्हें भुनाने में सफल नहीं हो सकी. इस लिहाज से मेजबान टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया और 15वें मिनट में उसे पेनाल्टी कॉर्नर में हुए गोल से 1-0 की बढ़त मिल गई.
ऑस्ट्रेलिया का तगड़ा डिफेंस
भारतीय टीम ने दूसरे क्वार्टर में बढ़त लेने की पूरी कोशिश की लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने तगड़ा डिफेंस दिखाया और भारत को स्कोर बराबर करने नहीं दिया. 22वें मिनट में भारत को एक पेनाल्टी कॉर्नर भी मिला लेकिन टीम उसे गोल में नहीं बदल सकी. इसके बाद 26वें मिनट में भी भारत को पेनाल्टी कॉर्नर मिली लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर ने शानदार डाइव कर गोल होने नहीं दिया.
पेनाल्टी स्ट्रोक को बचाया भारत ने
28वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को पेनाल्टी स्ट्रोक मिला, लेकिन भारतीय गोलकीपर बिचु देवी खारीबम ने बेहतरीन बचाव करते हुए ऑस्ट्रेलिया की बढ़त को बढ़ने नहीं दिया. इस तरह हाफ टाइम तक मेजबान टीम को 1-0 की ही बढ़त मिली. तीसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकीं.
चौथे क्वार्टरक में बेहतर खेल दिखाया भारत ने
चौथे क्वार्टर में भारतीय टीम ने बेहतर खेल दिखाया और मेजबानों पर शुरू से दबाव बनाया. इसका फायदा मेहमान टीम को 53वें मिनट में मिला जब उन्हें पेनाल्टी कॉर्नर मिला. इस मौके को गगनदीप कौर ने नहीं गंवाया और स्कोर बराबर कर दिया. लेकिन तीन मिनट के अंदर ही एबिगेल विलसन ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर अपनी टीम को 2-1 की निर्णायक बढ़त दिला दी.
बेहतर गोल अंतर से भारत को मिला खिताब
टूर्नामेंट में भारत ने चार मैचों में सात अंक हासिल किए. वहीं, मेजबान ऑस्ट्रेलिया के भी चार मैचों में सात ही अंक थे लेकिन भारतीय टीम बेहतर गोल अंतर के कारण शीर्ष स्थान पर रहीं. टूर्नामेंट की तीसरी टीम न्यूजीलैंड चार मैचों में तीन अंकों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं.