सीयू के किलकारी डे-केयर सेंटर द्वारा आयोजित 10 दिवसीय समर कैंप का समापन
बिलासपुर. गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) के किलकारी डे-केयर सेंटर में जारी दस दिवसीय समर कैंप का समापन हो गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रोफेसर नीलांबरी दवे, पूर्व कुलपति, सौराष्ट्र विश्वविद्यालय, राजकोट गुजरात रहीं वहीं अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने की।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर नीलांबरी दवे, ने किलकारी डे-केयर सेंटर द्वारा समर कैंप के आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि संस्थान द्वारा सामाजिक दायित्वों के निर्वाहन के अनुक्रम में की गई यह पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि बच्चों को समय के सदुउपयोग के साथ सीखने का सुनहरा अवसर मिला।
समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने समर कैंप के सफल आयोजन के लिए आयोजन टीम को बधाई दी। किलकारी केन्द्र के खुलने से कामकाजी महिलाओं के लिए सुविधा हो गई है। उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए आयोजित समर कैंप में उन्हें एक दूसरे को समझने, सीखने और खेलने का भरपूर अवसर मिला। इसके माध्यम से बच्चों में खेल-खेल में जीवन के लिए आवश्यक सामूहिकता तथा साहचर्य जैस मूल्यों के विकास का अवसर मिला।
इस समर कैंप में बच्चों को विभिन्न विषयों पर आधारित स्किल डेवलपमेंट एंड लर्निंग का अवसर प्राप्त हुआ जैसे- रिश्ते और सामाजीकरण को बेहतर बनाना, प्रकृति से प्यार, कला एवं हैंडीक्राफ्ट तथा खेल व शारीरिक विकास शामिल है। कार्यक्रम में बच्चों ने एरोबिक्स की मनमोहक प्रस्तुति दी। उल्लेखनीय है कि इस दस दिवसीय समर कैंप में बच्चों द्वारा निर्मित आर्ट एंड क्रॉफ्ट की प्रदर्शनी भी लगायी गयी व प्रतिवेदन का विमोचन किया गया। समापन कार्यक्रम में प्रतिभागी बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी उपस्थित रहे।
समर कैंप में 3 से 12 वर्ष के बच्चों ने हिस्सा लिया। इसकी थीम लर्निंग टू लिव टूगेदर रही। अन्य मंचस्थ अतिथियों कुलसचिव प्रो. मनीष श्रीवास्तव एवं शिक्षा विभाग के अधिष्ठाता प्रो. सी.एस वझलवार ने भी अपने विचार व्यक्त किये। समापन कार्यक्रम का संचालन किलकारी डे-केयर सेंटर की संयोजिका डॉ. ज्योति वर्मा सहायक प्राध्यापक ने किया। समर कैंप के आयोजन में डॉ गुंजन पाटिल, डॉ शालिनी मेनन, प्रीती शाह, अभिषेक मैत्री, कल्पना, प्रिया, रंजन कुमार, कुंवर प्रवीण सिंह, कौशल गौतम, सत्यम शर्मा, शीतल बाला की अहम भूमिका रही।