143 साल पहले आज ही दिन शुरु हुई थी विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप, जानिए डिटेल
नई दिल्ली. विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टेनिस टूर्नामेंट है. हर टेनिस प्लेयर का ख्वाब होता है कि वो इस चैंपियनशिप को अपने नाम करे. पुरुषों में सबसे ज्यादा बार ये सिंगल्स खिताब स्विटजरलैंड के रोजर फेडडर ने जीता है, महिलाओं का सिंगल्स टाइटल सबसे ज्यादा बार अमेरिका की मार्टिना नवरातिलोवा ने हासिल किया है. इस साल कोरोना वायरस की वजह से टूर्नामेंट रद्द कर दिया गया है. 1945 के बाद से ये पहली बार है कि यह चैंपियनशिप रद्द हुई है. इससे पहले दूसरे विश्व युद्ध के दौरान इसे रद्द किया गया था.
19वीं सदी और 20वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटिश खिलाड़ियों का दबदबा रहा, लेकिन धीर-धीरे अमेरिका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, स्विटजरलैंड और स्वीडन जैसे देशों के खिलाड़ियों ने पकड़ बनानी शुरू कर दी. साल 2019 में पुरुष सिंगल्स में सर्बिया के नोवाक जोकोविच और महिला सिंगल्स में रोमानिया की सिमोना हालेप ने ये खिताब जीता था. विंबलडन की खास बात ये है कि यहां ‘ऑल व्हाइट’ का रूल है, यानि हर खिलाड़ी को पूरी तरह सफेद लिबास में कोर्ट पर उतरना होता है, सिर्फ कपड़ों और जूतों में ब्रांड के लोगो लगाने की छूट है.
विंबलडन में भारतीयों का प्रदर्शन
अब तक किसी भारतीय महिला या पुरूष खिलाड़ी ने सीनियर लेवल पर विंबलडन चैंपियनशिप जीता है. रामानाथन कृष्णन इस टूर्नामेंट के सबसे कामयाब भारतीय खिलाड़ी रहे हैं, उन्होंने 1960 और 1961 में सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. इसके अलाव रामानाथन ने साल 1954 जूनियर विंबलडन का खिताब जीता था. 1999 में लिएंडर पेस और महेश भूपति ने मेंस डबल्स का खिताब अपने नाम किया था. पेस ने 1999, 2003, 2010, 2015 में मिक्सड डबल्स खिताब जीता था. महेश भूपति ने साल 2002, 2005 में मिक्सड डबल्स जीता था.
सानिया मिर्जा ने स्विटजरलैंड की जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर विंबलडन महिला डबल्स का खिताब जीता था. सानिया ने 2003 में रशियन पार्टनर एलिसा क्लेबानोवा के साथ जूनियर विंबलडन मिक्सड डबल्स टाइटल जीता था. साल 1979 में रमेश कृष्णन और 1990 में लिएंडर पेस ने जूनियर विंबलडन सिंगल्स चैंपियनशिप जीती थी. साल 2015 में भारत सुमित नागल ने वियतनाम के जोड़ीदार ली होआंग नाम के साथ मिलकर जूनियर विंबलडन डबल्स का खिताब अपने नाम किया.