15 साल के पृथू गुप्ता बने भारत के 64वें ग्रैंडमास्टर, आनंद ने दी खास अंदाज में बधाई

नई दिल्ली. दिल्ली के पृथू गुप्ता (Prithu Gupta) भारत के 64वें ग्रैंडमास्टर बन गए है. उन्होंने पुर्तगाल लीग-2019 के पांचवे दौर में आईएम लेव यानकेलेविक को मात देकर 2500 ईएलओ रेटिंग पार करते हुए यह मुकाम हासिल किया. शतरंज के महान खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद (Viswanathan Anand) ने ट्वीट किया, ‘और हम पूरे हुए. 64वें ग्रैंडमास्टर!! हमारे नए ग्रैंडमास्टर पृथू गुप्ता का स्वागत है.’ साल 2000 तक भारत में सिर्फ तीन ग्रैंडमास्टर थे. आनंद की कामयाबी के बाद भारत में यह खेल प्रोफेशनली भी पॉपुलर हुआ. अब भारत शतरंज की दुनिया के ताकतवर देशों में शामिल है.
दिल्ली से ताल्लुक रखने वाले पृथू गुप्ता ने आनंद के जवाब में ट्वीट किया, ‘धन्यवाद आनंद सर..आप हमेशा मेरे लिए एक प्रेरणास्रोत रहे हैं.’ पृथू गुप्ता ने यह कीर्तिमान 15 साल चार महीने और 10 दिन की उम्र में हासिल किया है. पृथू देश के 64वें ग्रैंडमास्टर हैं. शतरंज के खिलाड़ी जानते हैं कि चेसबोर्ड में 64 खाने ही होते हैं. इस तरह पृथू ने चेसबोर्ड की गिनती पूरी कर दी है.
खेलप्रेमी जानते हैं कि भारत के पहले ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद हैं. उन्होंने 31 साल पहले यह उपलब्धि हासिल की थी. आनंद के बाद 63 खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर का दर्जा हासिल कर चुके हैं. 2018 में आठ खिलाड़ियों ने यह उपलब्धि हासिल की थी. इस साल अब तक सात खिलाड़ी ऐसा कर चुके हैं. डी. गुकेश भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर है. वे 12 साल सात महीने और 17 दिन की उम्र में ग्रैंडमास्टर बने थे.
बता दें कि पृथू ने पिछले साल जिब्राल्टर मास्टर्स में पहला ग्रैंडमास्टर्स नॉर्म हासिल किया था. फिर उन्होंने उसी साल बिएल मास्टर्स में दूसरा नॉर्म हासिल किया. इसके बाद उन्होंने पोर्टिसियो ओपन में इसी महीने तीसरा और अंतिम नॉर्म हासिल किया. अब उन्होंने इसके जरूरी 2500 ईएलओ रेटिंग भी हासिल कर ली है.