2025 में मिलेगा भारत को दुनिया का सबसे खतरनाक मिसाइल डिफेंस सिस्टम, जानें इसकी खासियतें
नई दिल्ली. रशियन (Russia) मिशन के डिप्टी चीफ रोमन बकस्किन ने कहा कि एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम (S400 Missile Defense System) भारत (India) को 2025 तक मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि भारत को देने के लिए एस-400 का निर्माण शुरू भी हो चुका है.
इस बेहद सक्षम और खतरनाक मिसाइल प्रणाली हासिल करने से भारत को अपने दुश्मनों खासकर पाकिस्तान और चीन के हवाई हमलों का मुकाबला करने में मदद मिलेगी.
1-S-400 ट्रायम्फ वायु रक्षा प्रणाली एक बार में 36 निशाने भेद सकती है.
2-इस सिस्टम के जरिए एक साथ 72 मिसाइलों को छोड़ा जा सकता है.
3-एस-400 एस-300पीएमयू2 वायु रक्षा मिसाइल कांप्लेक्स पर आधारित है.
4-इस मिसाइल सिस्टम में एक युद्धक नियंत्रण चौकी, हवाई लक्ष्यों का पता लगाने के लिए तीन कॉर्डिनेट जैम-रेजिस्टेंट फेज्ड एैरे रडार, छह-आठ वायु रक्षा मिसाइल कांप्लेक्स (12 तक ट्रांसपोर्टर लांचर के साथ) और साथ ही एक बहुपयोगी फोर-कॉर्डिनेट इल्यूमिनेशन एंड डिटेक्शन रडार), एक तकनीकी सहायक प्रणाली सहित अन्य लगे हैं.
5-एस-400 प्रणाली में हर ऊंचाई पर काम करने वाला रडार (डिटेक्टर) और एंटेना पोस्ट के लिए मूवेबल टॉवर भी लगाए जा सकते हैं.
6-यह मिसाइस सिस्टम 600 किलोमीटर तक की दूरी तक लक्ष्यों का पता लगा सकती है.
7-इस सिस्टम की सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल पांच से 60 किलोमीटर तक के लक्ष्यों को तबाह कर सकती है.