आयुर्वेद अस्पताल में 351 बच्चों का हुआ स्वर्ण प्राशन

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही शारीरिक मानसिक विकास में होता है मददगार

बिलासपुर. बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने 24 अक्टूबर को सरकंडा नूतन कालोनी स्थित शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के बाल रोग विभाग द्वारा आज पुष्य नक्षत्र के अवसर पर 351 बच्चों का स्वर्णप्राशन हुआ। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय में हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से सोलह वर्ष तक के बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया जाता है। सवेरे 9 बजे से शाम 5 बजे तक स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
स्वर्ण प्राशन से बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, उनके शारीरिक तथा मानसिक विकास में मददगार साबित होता है। इसके साथ ही बच्चों में एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी अत्यंत लाभकारी है। चिकित्सालय के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. विद्या भूषण पाण्डेय ने बताया कि इसके नियमित प्रयोग से बच्चों की मेधा एवं स्मृति का वर्धन भी होता है। इसकी प्रमाणिकता वैज्ञानिक आधार पर सिद्ध हो चुकी है। आने वाले प्रत्येक माह के पुष्य नक्षत्र में यह स्वर्ण प्राशन बाल रोग विभाग में किया जाना प्रस्तावित है। जिसकी सूचना विभाग से ली जा सकती है। विभाग द्वारा विगत वर्ष फरवरी 2023 से लगातार हर पुष्य नक्षत्र में स्वर्ण प्राशन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। अब तक हजारों बच्चों को स्वर्ण प्राशन कराया गया है। जिन बच्चों को लगातार स्वर्ण प्राशन कराया गया उनकी वजन और ऊंचाई में बेहतर फर्क देखने को मिला है साथ ही उनकी बौद्धिक क्षमता में भी विकास पाया गया है। इस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्य डा रक्षपाल गुप्ता जी के निर्देशन में बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा विद्या भूषण पांडेय द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम के आयोजन में इंटर्न डॉक्टर सौम्या, डॉक्टर जोगी, डॉक्टर तिवारी, चिकित्सालय कर्मी श्री कुलदीप जांगड़े, श्री पैकरा, रजनी, रवीश अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा।

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