विश्व आदिवासी दिवस पर जिले में 37 सामुदायिक, वन संसाधन और व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र वितरित
बिलासपुर. विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आज जिले में 37 वन अधिकार पत्रों का वितरण किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी अपने निवास स्थान पर आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के सभी जिलों के जनप्रतिनिधियों एवं हितग्राहियों से वर्चुअली रू-ब-रू हुए।
बिलासपुर कलेक्टोरेट के मंथन सभाकक्ष में आयोजित कार्यक्रम में 70.364 हेक्टयर के 10 सामुदायिक वन अधिकार पत्र, 2178.149 हेक्टेयर के 17 सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र और आदिवासी समुदाय के 10 हितग्राहियों को 1.336 हेक्टेयर के व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र वितरित किए गए।
कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. सारांश मितर, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, महापौर रामशरण यादव, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक, कोटा क्षेत्र की विधायक डॉ. रेणु जोगी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैरीश एस एवं अन्य अधिकारी तथा हितग्राही उपस्थित थे। रायपुर में मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कार्यक्रम में श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की 21 प्रतिशत आबादी आदिवासी वर्ग की है। इनके स्वाभिमान की रक्षा किए बगैर छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान की रक्षा नहीं की जा सकती। राज्य में वन अधिकार कानून को प्रभावी तरीके से लागू किया गया है। अब नगरीय क्षेत्रों में भी वन संसाधन का अधिकार दिया गया है, जिससे आदिवासी समुदाय के लोग भी लाभान्वित होंगे। रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में वन मंत्री मोहम्मद अकबर, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, आदिम जाति कल्याण विभाग के मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह भगत तथा अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू तथा वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। बिलासपुर जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, आबकारी मंत्री कवासी लखमा, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल अपने विधानसभा क्षेत्रों से समारोह में वर्चुअली शामिल हुए।