90 साल पहले जब भारतीय मूल के इस ब्रिटिश क्रिकेटर ने काउंटी क्रिकेट में लगाया था तिहरा शतक
नई दिल्ली. भारत के हर क्रिकेट फैन ने दिलीप ट्रॉफी का नाम जरूर सुना होगा. ये प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट भारत में आयोजित किया जाता है. भारतीय मूल के ब्रिटिश क्रिकेटर कुमार श्री दिलीप सिंह जी (Duleepsinhji) के नाम पर इस ट्रॉफी का नाम रखा गया है. दलीप सिंह का जन्म भारत के नवानगर में हुआ था लेकिन उन्हें टीम इंडिया में खेलने का मौका नहीं मिला. इसकी वजह ये थी कि उस वक्त भारत को टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले देशों में शामिल नहीं किया गया था. इसलिए वो इंग्लैंड की तरफ रवाना हुए.
दिलीप सिंह जी साल 1924 में ससेक्स की काउंटी क्रिकेट टीम से जुड़ गए. इस टीम की तरफ से खेलते हुए 7 मई 1930 को टेस्ट मैच के पहले दिन महज 5 घंटे से ज्यादा वक्त में इन्होंने 333 रन की शानदार पारी खेल डाली. ये स्कोर इतना बड़ा था कि उस मैच में विपक्षी टीम इतने रन अपनी दोनों पारियों को मिलाकर भी नहीं बना पाई. दिलीप सिंह जी का निजी स्कोर उस जमाने में सबसे बड़ा प्रथम श्रेणी स्कोर हुआ करता था. मौजूदा वक्त में ये रिकॉर्ड ब्रायन लारा के नाम है जिन्होंने प्रथम श्रेणी मैच में 390 और 501 रन की पारी खेली थी.
दिलीप सिंह ने इंग्लैंड की तरफ से पहला टेस्ट साल 1929 में खेला. 12 टेस्ट मैच में उन्होंने 58.52 की औसत से 995 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं. उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय टेस्ट 1931 में खेला था, हालांकि भारत को टेस्ट क्रिकेट का दर्जा साल 1932 में मिला था, लेकिन दिलीप सिंह ने अपने देश की तरफ से एक भी मैच नहीं खेला. 5 दिसंबर 1959 को इस महान बल्लेबाज ने बॉम्बे में अपनी आखिरी सांस ली. उनका मृत्यु हर्ट अटैक की वजह से हुई थी.