सामाजिक संस्था सेवा एक नई पहल ने आदिवासी बाहुल्य ग्राम रतखण्डी में मनाया सावन उत्सव
बिलासपुर. ग्रामीण शिक्षा व महिला स्वरोजगार हेतु प्रतिबद्ध संस्था सेवा एक नई पहल अपना हर तीज त्यौहार लोकोत्सव के रुप में आदिवासी बहुल गांव में जाकर मनाती है जिससे ग्रामीणों में शिक्षा के प्रति जागरूकता आए इस प्रयोजन से संस्था उन्हे कॉपी किताब स्टेशनरी जूते मोजे ड्रेस स्वेटर व खेल कूद की सामग्री निशुल्क प्रदाय करती है।इसी तारतम्य में आज संस्था के साथी आदिवासी बाहुल्य ग्राम रतखंडी पहुंच सावन उत्सव मनाया । सर्वप्रथम संस्था की संयोजिका रेखा आहूजा ने शालेय बच्चों के साथ मिल कर मां सरस्वती की आराधना कर मल्यार्पण किया तदुपरांत विद्यालय में पधारे ग्रामीण महिला पुरुषो व छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा वह दीप है जो हर आंधी तूफान मे अपनी रोशनी दैदीप्यमान रखता है अतः अपने अंतर्मन में इस शिक्षा दीप की लौ जलाए रखे । कार्यक्रम में आए अतिथि गण पूनम बजाज व सविता मंशारामानी ने स्कूली विद्यार्थियों को कॉपी कम्पास , ड्राइंग चार्ट , पेन पेंसिल व खेल कूद के लिए कैरम बोर्ड , बेट बाल , रस्सी कूद , लूडो व छाते तथा जूते मोजे – स्कूल को दरी, आंगन बाड़ी के बच्चो को खिलौने , मिष्ठान केक छात्राओं को स्कर्ट , सलवार सूट तथा खेतिहर मजदूर किसानो में मनकपड़ बरसाती , लूंगी तथा चरण पादुकाओ का वितरण किया गया।ग्राम सरपंच मनोहर ध्रुव ने संस्था की सराहना करते हुए इस नेक कार्य में मुक्त हस्त सहयोग के लिए सरोज अग्रवाल , सुनील चिमनानी , ज्योति चंद्राकर , लवी सुनील तोलानी , हरीश मोटवानी तथा मुकेश पमनानी , साबिर , संतोष , कार्यक्रम संयोजक शिक्षक नारायण नायक, पंच विष्णु कैवर्ट व संस्था के संस्थापक सतराम जेठमलानी के प्रति आभार व्यक्त किया ।