शहीद राजगुरु के बलिदान से प्रेरणा लें युवा : प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल
वर्धा. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने शहीद राजगुरु की 114 वीं जयंती के अवसर पर राजगुरु छात्रावास में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि भारत की आज़ादी की लड़ाई में सर्वोच्च बलिदान करने वाले राजगुरु से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। इस अवसर पर कुलपति प्रो. शुक्ल ने शहीद राजगुरु के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उनका अभिवादन किया। कार्यक्रम में मंच पर प्रतिकुलपति द्वय प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल, प्रो. चंद्रकांत रागीट, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अवधेश कुमार, कुलानुशासक प्रो. मनोज कुमार उपस्थित थे।
कुलपति प्रो. शुक्ल ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि शहीद राजगुरु अमरावती स्थित हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल से जुड़े रहे। खेल से प्रेरणा लेकर उन्होंने भारत माता की सेवा की। संस्कृत पढ़ने काशी गये। वहां वे चंद्रशेखर आज़ाद से मिले। भारत की आज़ादी की योजना के तहत उन्होंने हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी बनायी। प्रो. शुक्ल ने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि देश के लिए योगदान देने वाले राजगुरु को याद करते हुए हर क्षण सर्वोत्तम देने का प्रयास कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। इस उपलक्ष्य में कुलपति प्रो. शुक्ल के द्वारा छात्रावास परिसर के मुख्य द्वार पर पुस्तकदान शिविर का शुभारंभ और राजगुरु छात्रावास में पुस्तकालय का उद्घाटन भी किया। उन्होंने अपनी पुस्तकें ‘भारतीय ज्ञानपरंपरा और विचारक’, ‘शिक्षा जो स्वर साध सके’ तथा ‘सनातन और निरंतर सभ्यता का पक्ष’ दान कर ‘पुस्तक दान से पुस्तकालय निर्माण’ योजना की सराहना की। इस अवसर पर राजगुरु छात्रावास के परिसर में पौधारोपण भी किया गया। प्रारंभ में दीप दीपन, मंगलाचरण और छात्रों द्वारा कुलगीत की प्रस्तुति की गयी। छात्र ओंकार ने कविता का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन छात्र अनवारुल खान ने किया तथा विपुल कुमार रवि ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर राजगुरु छात्रावास के अधीक्षक डॉ. हरीश कुमार पाण्डेय, अतिरिक्त छात्रावास अधीक्षक डॉ. नरेंद्र कुमार पाल सहित अन्य छात्रावासों के अधीक्षक, अध्यापक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।