जीभ का रंग बताएगा आपकी सेहत का हाल
जब भी आप डॉक्टर के पास जाते हैं, तो सबसे पहले वो आपसे जीभ बाहर निकालने को कहते हैं. इसका मतलब ये होता है कि जीभ का रंग देखकर डॉक्टर आपकी सेहत के बारे में सबकुछ जान लेते हैं. दरअसल, आपकी जीभ का रंग कई समस्याओं से अवगत कराता है. जी हां, हमें होने वाली कुछ बीमारियों से पहले हमारे शरीर के कुछ अंग संकेत देते हैं. इसी तरह है जीभ का रंग. जीभ का रंग देखते ही पता चल जाता है, कि व्यक्ति को किस बीमारी के घेरे में आने वाला है, या फिर कौन सी बीमारी का वह शिकार है. इसके लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है, आप घर पर ही शीशे के सामने जीभ निकालकर देख सकते हैं. तो आज हम आपको बताएंगे कि जीभ का रंग कैसे आपको बीमारियों से अवगत कराता है.
इस तरह जानिए जीभ के रंग से बीमारियों के संकेत-
1. शीशे के सामने जाकर जीभ निकालें और देखें. अगर आपकी जीभ का रंग चिकना है, तो इसका मतलब यह है कि आपके शरीर में कुछ आवश्यक विटामिन की कमी है. यानी वो विटामिन जो हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बनाते हैं. जैसे शरीर में विटामिन B12 और आयरन की कमी होने पर जीभ चिकनी दिखती है. बता दें व्यक्ति के जीभ के ऊपरी हिस्से पर हल्का उभार महसूस होता है, जिसे पप्पिले के नाम से जाना जाता है. वहीं जब शरीर में विटामिन की कमी होती है, तो यह पप्पिले गिरने लगते हैं, और जीभ चिकनी हो जाती है.
2. अगर आपकी जीभ पर घाव, जैसे दिख रहे हैं, हल्के दाने या दर्द महसूस हो रहा है, और अगर यह नियमित रूप से हो रहा है, तो इसका मतलब है कि आप तनावग्रस्त हैं. यानी आप किसी बात को लेकर चिंता में हैं. हालांकि, कभी-कभी कुछ खाने या ब्रश करते समय दांतों को नीचे जीभ के आने से भी ऐसा हो जाता है. जिसके कारण जीभ पर ऐसा घाव नजर आता है. लेकिन रोज ऐसा दिखना तनाव का संकेत है. कुछ शोध में ये बात सामने आई कि जब भी कोई व्यक्ति चिंता में होता है, तो वह अपने गाल की खाल और जीभ को दबाता है. जिससे जीभ पर घाव हो जाते हैं.
3. वहीं अगर आपकी जीभ का रंग लाल यानी स्ट्रॉबेरी के रंग जैसा हो गया है, तो इसका मतलब है कि आपको किसी प्रकार की एलर्जी है. जैसे गले में खराश या सूजन आना, ये एलर्जी के लक्षण होते हैं. ऐसा होने पर जीभ का रंग लाल नजर आता है. कुछ बैक्टीरिया जीभ पर लाल रंग का विष छोड़ते हैं, जिससे जीभ लाल नजर आती है.