एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह के नेतृत्व छात्र-छात्राओं ने तोरवा थाने में सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर. पीडि़त विद्यार्थियों ने बताया कि वे सभी चौकसे महाविद्यालय के एमबीए पाठ्यक्रम के छात्र-छात्राएं हैं सभी ने चौकसे महाविद्यालय में एमबीए पाठ्यक्रम में अक्टूबर माह 2022 में प्रवेश लिया था उन सभी के पास रसीद है सभी विद्यार्थियों से रजिस्ट्रेशन फीस और वाहन फीस भी लिया गया है उसका रसीद भी है तथा उसी माह से नियमित कक्षाएं प्रारंभ कर दिया गया था जिसमे वे सभी उपस्थित रहते थे,ये नियमित कक्षाएं लगभग 5 महीने तक चली अचानक फरवरी माह 2023 में उन सभी विद्यार्थियों को बताया गया कि उनका प्रवेश सीएसवीटीयू के तीसरे चरण के काउंसिलिंग न होने के कारण निरस्त कर दिया गया है जिसकी जानकारी किसी भी विद्यार्थी को पूर्व में प्रवेश के समय नही दी गयी थी कि यदि सीएसवीटीयू द्वारा तीसरे चरण का काउंसिलिंग नही होता तो आपका प्रवेश मान्य नही होगा,अब सेमेस्टर परीक्षा के समय उन सभी विद्यार्थियों से प्रवेश शुल्क,रजिस्ट्रेशन शुल्क एवं परिवहन शुल्क लेकर उनका प्रवेश निरस्त करना अनुचित है,इस समस्त घटनाक्रम की जानकारी उन सभी एमबीए के विद्यार्थियों ने एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह को दी रंजीत सिंह ने बताया कि चौकसे कॉलेज प्रबंधन के इस प्रकार एमबीए के छात्र-छात्राओं से छलावा करने से सभी छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकार में चला जायेगा जो लगभग 5 महीने से अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे थे,इन सभी विद्यार्थियों में से अधिकांश दूसरे जिलों से आकर सिर्फ यहां पढ़ाई करने हेतु हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करते हैं,अब उन सभी के पालकों को जब यह सूचना मिली है कि विद्यार्थियों का प्रवेश निरस्त हो गया है तो सभी के पालक भी बेहद परेशान हैं ऐसी घटना से सभी मानसिक और आर्थिक रूप से बेहद प्रताडि़त हैं,सभी विद्यार्थियों की क्लॉस टेस्ट शुरू हो चुकी हैं और इसी माह मार्च 2023 में मुख्य/सेमेस्टर परीक्षा संचालित होना संभावित है,अब उन सभी विद्यार्थियों का यह सत्र 2022-23 सिर्फ महाविद्यालय के उन सभी को धोखाधड़ी कर रुपये वसूलने के कारण बर्बाद हो गया है,सभी छात्र-छात्राओं ने जब इस सम्बंध में मुझे समस्त घटनाक्रम के बारे में अवगत कराते हुए आवेदन दिए थे,तब जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह द्वारा सभी विद्यार्थियों को न्याय दिलाने हेतु दो बार विगत दिनाँक 11/02/2023 को पत्र क्रमांक/05 के माध्यम से और दिनाँक 22/02/2023 को ज्ञापन क्रमांक 10 के माध्यम से स्वयं महाविद्यालय के प्राचार्य को इस समस्या से अवगत कराया जा चुका है उसके बाद भी चौकसे महाविद्यालय प्रबंधन अपने अडियल रवैये के साथ इस सम्बंध में कोई कार्रवाही ना करते हुए एमबीए के सभी छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने एमबीए के विद्यार्थियों को न्याय दिलाने हेतु पुलिस प्रशासन से उक्त घटनाक्रम के बारे में समस्त जानकारी देते हुए कहा कि एमबीए के सभी विद्यार्थियों का प्रवेश निरस्त कर जिस तरीके से सभी विद्यार्थियों से प्रवेश के नाम पर पैसा वसूल किया गया तथा मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताडि़त किया गया उनके भविष्य के साथ धोखाधडी कर खिलवाड किया गया इन सभी के दोषियों के ऊपर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।