भारतीय सेना दिवस मे सम्मान और समर्पण की भावना को समर्पित : डॉ संजय दुबे
बिलासपुर. अंचल के प्रतिष्ठित सी एम दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर में एनसीसी इकाई के द्वारा भारतीय सेवा दिवस मनाई गई 15 जनवरी 2025,भारतीय सेना का 77वां सेना दिवस आज पूरे देश में गर्व और समर्पण के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर देशभर में विभिन्न सैन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें सेना की अद्वितीय बहादुरी, बलिदान और समर्पण को सलाम किया जा रहा है।
भारतीय सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है, जो कि 1949 में जनरल के.एम. करियप्पा द्वारा भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ के रूप में पदभार ग्रहण करने की तारीख है। यह दिन भारतीय सेना के बलिदान, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा की भावना को याद करने का अवसर है।
महाविद्यालय के अध्यक्ष महोदय डॉ संजय दुबे जी ने हम सभी देशवासियों से आह्वान करते हैं कि वे भारतीय सेना के शौर्य, समर्पण और बलिदान को याद करें और उनके द्वारा किए गए योगदान का सम्मान करें।
शासी निकाय के सदस्य श्री अमन दुबे ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) ने भारतीय सेना दिवस के अवसर पर पूरे महाविद्यालय में विभिन्न गतिविधियों और समारोहों का आयोजन किया, जिसमें भारतीय सेना के अद्वितीय बलिदान, समर्पण और राष्ट्र रक्षा में उनके योगदान को सम्मानित किया गया। एनसीसी कैडेट्स को इस कार्यक्रम के लिए बधाई दिया।
एनसीसी अधिकारी रोहित लहरे ने कैडेटों को इस दिन को भारतीय सेना की गौरवमयी परंपराओं और उनके अडिग साहस को नमन करने का अवसर के रूप में मनाया। एनसीसी द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भारतीय सेना के शौर्य और बलिदान को प्रदर्शित करने के साथ-साथ कैडेटों को सेना के प्रति सम्मान और कर्तव्य की भावना को जागरूक किया गया। साथ ही अमर जवान शहीद चौक में माल्या अर्पण और सफाई किया गया और शहीदों को नमन किया गया
इस विशेष अवसर पर, प्रभारी प्राचार्य डॉ संजय सिंह , कमांडिंग ऑफिसर श्रीमान अमिताभ श्रीवास्तव जी, एडम साहब लोकेश देवा जी, एसएम साहब नरेश कुमार,वरिष्ठ अधिकारियों ने देश की रक्षा में भारतीय सेना के अभूतपूर्व योगदान की सराहना की और एनसीसी कैडेटों को अपने देश की सेवा में हमेशा तत्पर रहने के लिए प्रेरित किया।
एनसीसी कैडेट्स जूनियर अंडर ऑफिसर जयपाल लहरे,कोमल जागड़े ,टिकेश्वर गुप्ता, अविनाश तिर्की, पुष्पराज, धीरज कुमार कौशिक, साहिल दिवाकर, गौरी दुबे, वी रचना, विक्रम सिंह,अलवीरा, सुजेन, हर्ष, अंश सोनवानी , लकीचंद्रा, सुयश, निलेश इन सभी के माध्यम से युवा पीढ़ी को देश के प्रति अपने कर्तव्यों की जिम्मेदारी और भारतीय सेना की धरोहर के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि वे भविष्य में सेना की तरह राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित हो सकें।