February 13, 2025

गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप ने एयरो इंडिया के दौरान किया रणनीतिक समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर

उन्नत क्षमताओं के साथ प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए तैयार; अत्याधुनिक फ्लाइट कंट्रोल एक्चुएटर के लिए एडीए के साथ समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर

 

मुंबईगोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप की कंपनी, गोदरेज एंड बॉयस का एयरोस्पेस व्यवसाय भारत सरकार द्वारा समर्थित राष्ट्रीय कार्यक्रमों में योगदान करने के लिए बेंगलुरु में आयोजित एयरो इंडिया 2025 के दौरान कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर कर देश के आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दृढ़ कर रहा है। भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) के साथ हुआ यह समझौता देश के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) कार्यक्रम के लिए फ्लाइट कंट्रोल एक्चुएटर के देश में विनिर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

यह समझौता ज्ञापन फ्लाइट-क्रिटिकल डीडीवी-आधारित सर्वो एक्चुएटर और संबंधित कार्यात्मक तत्वों (फंक्शनल एलिमेंट) के लिए कल-पुर्ज़े विकसित करने के लिहाज़ से एडीए के साथ गोदरेज की दो दशक लंबी साझेदारी पर आधारित है। यह सहयोग महत्वपूर्ण एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा में महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करता है। गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप इस समझौता ज्ञापन के तहत, एएमसीए के लिए फ्लाइट कंट्रोल एक्चुएटर का व्यापक विकास करेगा, जिसमें सटीक विनिर्माण, एयरोस्पेस-ग्रेड कच्चे माल की खरीद, असेंबली तथा परीक्षण, और योग्यता परीक्षणों के लिए परीक्षण रिग का विकास शामिल है। यह व्यवसाय ‘बिल्ट टू प्रिंट’ से ‘बिल्ट टू स्पेक’ क्षमता हासिल करने की ओर अग्रसर है और अपनी विनिर्माण प्रक्रियाओं तथा डिज़ाइन क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए 3डी प्रिंटिंग जैसी परिवर्तनकारी टेक्नोलॉजी को अपना रहा है। यह उन्नत टेक्नोलॉजी एक ही प्रिंटिंग प्रक्रिया में जटिल कल-पुर्ज़े के निर्माण को सक्षम बनाती है, जिससे कई पारंपरिक उत्पादन चरणों को समाप्त किया जा सकता है और परिचालन दक्षता में उल्लेखनीय सुधार किया जा सकता है। यह व्यवसाय डीजीएक्यूए, डीआरडीओ प्रयोगशालाओं, इसरो केंद्रों, एचएएल, बीडीएल, बीईएल और बोइंग, जीई एयरोस्पेस, हनीवेल, आईएआई, पार्कर एयरोस्पेस, राफेल, रोल्स-रॉयस और सफ्रान जैसी अन्य अग्रणी वैश्विक एयरोस्पेस फर्मों से भी मान्यता प्राप्त है।

 

गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप की कंपनी, गोदरेज एंड बॉयस के एयरोस्पेस व्यवसाय के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और व्यवसाय प्रमुख मानेक बेहरामकमदीन ने कहा, “यह साझेदारी एयरोस्पेस क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमें भारत की एयरोस्पेस क्रांति में सबसे आगे रहने पर गर्व है, जो अत्याधुनिक इंजीनियरिंग और सटीक विनिर्माण के ज़रिये आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदल रही है। हम वैश्विक स्तर पर भारत की विनिर्माण क्षमताओं और प्रतिस्पर्धात्मकता को सक्षम और बेहतर बना रहे हैं।”

एयरो इंडिया 2025 में, यह व्यवसाय अपनी एयरोस्पेस विनिर्माण क्षमताओं के व्यापक दायरे का प्रदर्शन कर रहा है। प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण में उन्नत एयरो इंजन कल-पुर्ज़े, जैसे पंखे, कंप्रेसर, टर्बाइन और बेहतरीन सामग्रियों से निर्मित शाफ्ट शामिल हैं, जो कंपनी की परिष्कृत मशीनिंग क्षमताओं का प्रदर्शन करते हैं। इस प्रदर्शन में सटीक इंजीनियरिंग वाले ट्यूब, डक्ट और ब्रैकेट, टाइटेनियम, एल्युमीनियम और स्टेनलेस स्टील के साथ-साथ स्वदेशी रूप से निर्मित लाइन रिप्लेसीएबल यूनिट (एलआरयू) शामिल हैं, जिसमें एक्चुएटर, नोज़-व्हील स्टीयरिंग मेंनिफोल्ड, लुब्रिकेशन पंप और अपलॉक शामिल हैं। विमान के पायलॉन के लिए इजेक्टर रिलीज़ यूनिट (ईआरयू) और मानव रहित हवाई वाहनों (अनमैन्ड एरियल व्हीकल -यूएवी) के लिए डिज़ाइन किए गए विभिन्न कार्बन फाइबर मिश्रित कल-पुर्ज़े का एक कार्यशील मॉडल कंपनी की विभिन्न किस्म की विशेषज्ञता को बेहतरीन तरीके से प्रदर्शित करता है।

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