ट्रंप टैरिफ से शेयर मार्केट में निवेशकों के 20 लाख करोड़ डूबे
मुंबई : भारतीय शेयर बाजार के लिए आज का दिन ‘ब्लैक मंडे’ साबित हो रहा है। अमेरिका के शुल्क बढ़ाने और चीन की जवाबी कार्रवाई के बाद वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट आई है। सेंसेक्स और निफ्टी भी सोमवार को शुरुआती कारोबार में पांच प्रतिशत से अधिक लुढ़क गए। सोमवार सुबह शेयर बाजार में भारी गिरावट के चलते निवेशकों को बड़ा झटका लगा। सेंसेक्स में पांच फीसदी से अधिक की गिरावट के कारण निवेशकों की संपत्ति में 20.16 लाख करोड़ रुपये की जबरदस्त कमी आई है। बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 3,939.68 अंक या 5.22 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 71,425.01 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 1,160.8 अंक या 5.06 प्रतिशत फिसलकर 21,743.65 अंक पर रहा।
सेंसेक्स में शामिल सभी 30 कंपनियों के शेयर नुकसान में रहे। टाटा स्टील का शेयर आठ प्रतिशत से अधिक जबकि टाटा मोटर्स का शेयर सात प्रतिशत से अधिक की गिरावट में रहा।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज, टेक महिंद्रा, इंफोसिस, लार्सन एंड टूब्रो, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी भारी नुकसान में रहे। एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग करीब 11 प्रतिशत, जापान का निक्की 225 करीब सात प्रतिशत, चीन का शंघाई एसएसई कम्पोजिट छह प्रतिशत से अधिक और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी पांच प्रतिशत की गिरावट में रहा।
अमेरिकी बाजारों में भी शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज की गई थी। एसएंडपी 500 में 5.97 प्रतिशत, नैस्डैक कंपोजिट में 5.82 प्रतिशत और डॉव में 5.50 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 2.74 प्रतिशत लुढ़ककर 63.78 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) शुक्रवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 3,483.98 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
सेंसेक्स में पिछले सप्ताह 2,050.23 अंक या 2.64 प्रतिशत की गिरावट आई थी जबकि एनएसई निफ्टी 614.8 अंक या 2.61 प्रतिशत फिसला था।