विकलांग विमर्श परंपरा और विकास पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

 

बिलासपुर.  स्वर्गीय अमरनाथ साव शताब्दी समारोह थावे विद्यापीठ गोपालगंज बिहार एवं अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में श्री जगन्नाथ मंगलम के भव्य सभागार में विकलांग विमर्श परंपरा और विकास विषयक राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी न्यायमूर्ति चंद्रभूषण बाजपेयी पूर्व न्यायाधीश छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य आतिथ्य डॉ विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग कुलपति थावे विद्यापीठ एवं राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की अध्यक्षता एवं डॉ श्यामलाल निराला प्राचार्य शासकीय जेपी वर्मा स्नातकोत्तर कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, के के भंडारी प्राचार्य शबरी माता शासकीय स्नातकोत्तर नवीन महाविद्यालय तथा श्री मदन मोहन अग्रवाल राष्ट्रीय महामंत्री अखिल भारतीय विकलांग चेतना परिषद के विशेष आतिथ्य में दीप प्रज्वलित कर तथा सरस्वती एवं संवर्गीय अमरनाथ साव जी के चित्र पर माल्यार्पण व पूजन अर्चन के साथ उदघाटित हुआ स्वागत भाषण देते हुए जहां श्री शिव प्रताप साव जी अध्यक्ष अमरनाथ साव शताब्दी समारोह ने कहा कि नौ राज्यों से आए तथा 8 से अधिक विद्वान वक्ताओं ने शोध पत्र पढ़कर इस 17वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी को ऐतिहासिक बना दिया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति बाजपेयी जी ने कहा कि विकलांग विमर्श की शुरुआत बिलासपुर से हुई है तथा इसके जनक के रूप में डॉक्टर द्वारिका प्रसाद अग्रवाल और प्रवर्तक के रूप में डॉक्टर विनय कुमार पाठक को विश्व स्तर की पहचान मिली है उन्होंने 21वीं सदी के प्रथम दशक के दस्तक के साथ इसकी ऐतिहासिक विकास क्रम पर सार्थक प्रकाश डाला अध्यक्षता की आसंदी से उद्बोधित उदगार के उपक्रम में डॉ विनय कुमार पाठक ने कहा कि जाति और लिंग से रहित यह विमर्श विशुद्ध मानवतावादी दृष्टि पर आधारित है उन्होंने कहा कि शासन और समाज की चेतना से उद्बुध इस विमर्श ने उत्कर्ष को स्पर्श किया है जहां श्री मदन मोहन अग्रवाल ने चेतना जागृति के रूप में विकलांग विमर्श के इतिहास और विकास पर प्रकाश डाला वहीं डॉक्टर श्यामलाल निराला एवं डॉक्टर के के भंडारी ने इस विमर्श की प्रासंगिकता पर सार्थक विचार रखें श्री राम निहोर राजपूत द्वारा सरस्वती वंदना वह स्वागत गीत के साथ अतिथियों का स्वागत सत्कार भी किया गया कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अरुण कुमार यदु तथा आभार प्रदर्शन श्री अनिरुद्ध सिंह परिहार द्वारा किया गया इस अवसर पर डॉक्टर दीनदयाल यादव के द्वारा संपादित ग्रंथ विकलांग विमर्श अस्तित्व का संघर्ष एवं न्यायमूर्ति चंद्र भूषण बाजपेयी डॉ विनय कुमार पाठक एवं डॉ विनोद कुमार वर्मा द्वारा लिखित ग्रंथ छत्तीसगढ़ पंचायती राज हैंडबुक का विमोचन भी संपन्न हुआ
विचार सत्र एक में अध्यक्ष मंडल के रूप में उपस्थित डॉक्टर जे बी पांडे प्रतिकूलपति थावे विद्यापीठ डॉक्टर पीएस दयालयती कुल सचिव डॉक्टर पी के सिंहा अध्यक्ष राष्ट्रीय सृजन अभियान दिल्ली डॉक्टर बालकृष्ण पांडे अध्यक्ष राष्ट्रीय रामायण मेला श्रृंगवेरपुर धाम उत्तर प्रदेश डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय संयोजक राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ प्रयागराज की उपस्थिति में सर्वश्री रमेश चंद्र श्रीवास्तव राजेंद्र ओझा सत्येंद्र कुमार तिवारी बाल गोविंद अग्रवाल डॉक्टर राघवेंद्र दुबे डॉक्टर विवेक तिवारी केशव शुक्ला शीतल प्रसाद पटनवार कुमार संतोष शर्मा डॉक्टर बजरंगबली शर्मा राजेंद्र कुमार रुंगटा आशीष श्रीवास्तव शत्रुघन जैसवानी राजेश कुमार सोनार अंजनी कुमार तिवारी सुधाकर शाहिद अली बद्री पर प्रसाद का व्रत डॉ राजेश श्रीवास आदि ने शोध पत्र प्रस्तुत किए इसी क्रम में सत्र दो में डॉक्टर सुषमा मारुति चोंगले कोल्हापुर महाराष्ट्र डॉक्टर अनीता कुमारी ठाकुर कोलकाता डॉक्टर अनुभूति शर्मा भोपाल मध्य प्रदेश डॉक्टर मंजू श्री वेदुला झारसुगुडा ओड़िशा एवं डॉक्टर अनीता सिंह के अध्यक्ष मंडल के अंतर्गत डॉक्टर जया सिंह डॉक्टर कावेरी जायसवाल इला पटेल डॉक्टर प्राची थवाईत डॉक्टर अर्चना मिश्रा डॉक्टर सीमा भट्टाचार्य शुभा भौमिक डॉक्टर आभा गुप्ता डॉक्टर आस्था मिश्रा डॉक्टर रश्मि लता मिश्रा डॉक्टर प्रीति प्रसाद गायत्री वर्मा डॉक्टर किरण राठौड़ आदि ने शोध पत्र प्रस्तुत किया कार्यक्रम का संचालन विष्णु कुमार तिवारी डॉक्टर संगीता परमानंद तथा धन्यवाद ज्ञापन लिनिमा साहू तथा डॉक्टर संगीता बनाफर ने किया

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