सोशल मीडिया में तीन पत्रकारों को मिली हत्या की धमकी
रायगढ़। राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। स्थानीय माफियाओं के द्वारा आए दिन पत्रकारों को धमकी_चमकी दिया जाना साथ ही पुलिस प्रशासन से उनके विरुद्ध झूठी शिकायते करना बेहद आम घटना बन गई है।
इस क्रम में बीते दिन रायगढ़ शहर से जमीनी पत्रकारिता करने वाले चार पत्रकार साथियों जिनमें अमित पाण्डेय ,राजा खान, प्रशांत तिवारी प्रमुख नाम है, को स्थानीय गुंडा प्रवृत्ति के मजदूर नेता पिंटू सिंह पिता रामेश्वर सिंह निवासी कोतरा रोड रेलवे फाटक के पास ने वीडियो मेसेज करते हुए बुरे परिणाम भुगतने और जान से मारने की धमकी दी है जिसे लेकर पत्रकार बिरादरी में बदनामशुदा मजदूर नेता के खिलाफ गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
घटना को लेकर शहर भर के पत्रकारों ने यह तय किया है कि तथाकथित मजदूर नेता पिंटू सिंह की इस हरकत के खिलाफ बड़ी संख्या में पत्रकार साथी लिखित शिकायत लेकर शाम साढ़े 4 बजे जिला पुलिस अधीक्षक से मिलने उनके कार्यालय में उपस्थित होंगे। इसके साथ ही मजदूर नेता के खिलाफ पुलिस प्रशासन से समय रहते उचित दंडात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग भी करेंगे।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि गुंडा प्रवृत्ति के इस तथाकथित मजदूर नेता की अब तक की बेजा हरकतों से न केवल शहर का संभ्रांत वर्ग, बल्कि कारोबारी, व्यापारी, ट्रांसपोर्ट, सरकारी कर्मचारी से लेकर पत्रकार भी परेशान हैं। इसकी हरकतों से परेशान होकर कई राजनीतिक पार्टियों के अलावा मजदूर संगठनों ने भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है। सीधे तौर पर बात की जाए तो पिंटू सिंह नाम का यह व्यक्ति समाज के लिए नासूर बन चुका है। इसके द्वारा विभिन्न सड़क हादसों और आद्योगिक दुर्घटनाओं को मुद्दा बनाकर न केवल शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की जाती रही है बल्कि शहर की कानून व शांति व्यवस्था से भी खिलवाड़ किया गया है।
ऐसी ही एक घटना जिसमें दिन दयाल अपार्टमेंट रामपुर निवासी महिला से स्थानीय गुंडा तत्वों के द्वारा घर घुसकर मारपीट की गई थी। इस घटना की सूचना पीड़ित महिला के द्वारा सिटी कोतवाली थाने में दिए जाने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस की इस कार्यवाही को कवर करने के लिए जब कुछ पत्रकार साथी सिटी कोतवाली थाने पहुंचे थे,इसी बीच मजदूर नेता पिंटू सिंह भी आरोपियों की पैरवी करने थाना पहुंचा और पुलिस कर्मियों से थाने में ही हुज्जत बाजी करने लगा। इसके बाद थाना प्रभारी ने उसे कड़ी फटकार देकर थाने से बाहर किया। इस घटना को वहां खड़े हमारे पत्रकार साथियों ने कवर किया और अपने समाचार का हिस्सा बनाया इस बात को लेकर मजदूर नेता पत्रकारों से उलझ गया।
इसके बाद उसके द्वारा लगातार हमारे पत्रकार साथियों को टारगेट कर जान से मारने और बुरा परिणाम भुगतने की धमकियां दी जा रही है। जिस पर समय रहते उचित कार्यवाही किया जाना जरूरी है।
प्रेस क्लब अध्यक्ष हेमंत थवाईत, सचिव नवीन शर्मा समेत अनिल पाण्डेय, नरेश शर्मा, दिनेश मिश्रा, अनिल रतेरिया, युवराज सिंह आजाद, सुनील नामदेव, राजेश जैन, विवेक श्रीवास्तव, आलोक पाण्डेय, शेषचरण गुप्ता, हरेराम तिवारी, संजय बोहिदार, अनिल आहूजा, पुनीराम रजक, महादेव पणिहारी, हरिशंकर गौराहा, विनय पाण्डेय, मोहसिन खान, शमशाद अहमद, अभिषेक उपाध्याय, अविनाश पाठक, अमित पाण्डेय, अखिलेश पुरोहित, अमित गुप्ता, अमित शर्मा, अरूण डनसेना, अर्चना लाल, अश्विनी मालाकार, बाबा पटवा, चितरंजन सिंह, विकास पाण्डेय, गौतम अग्रवाल, कृष्णा मिश्रा, महेश शर्मा, मंजूल दीक्षित, नंदकुमार पटेल, नवरतन शर्मा, नितिन सिन्हा, आशीष शर्मा, भूपेंद्र सिंह ठाकुर, भूपेंद्र सिंह चौहान, हेमसागर श्रीवास, जितेंद्र मेहर, ज्योति ठाकुर, मनीष सिंह, नरेंद्र चौबे, मनीष अग्रवाल, नीरज तिवारी,पंकज तिवारी, प्रकाश थवाईत, प्रशांत तिवारी, राजा खान, रमेश अग्रवाल, संतोष पुरुषवानी, दीपक शोभवानी, साकेत पाण्डेय, संदीप बेरीवाल, संतोष साव, संतोष मेहर, संजय सहनी, सत्यजीत घोष, सुरजीत कौर, सुशील पाण्डेय, सिमरन पनगरे, सुरेंद्र चौहान, विजय मौर्या, विजयंत खेडुलकर, विपिन मिश्रा, यशवंत खेडुलकर, परमेश्वर साहू, प्रेम मौर्या, भीमसेन तिवारी, चूढामणि साहू, संदीप सिंह, संजय शर्मा, अनूप रतेरिया, संजय बेरीवाल, शेख ताजिम, श्रीपाल यादव, स्वतंत्र महंत, टिंकू देवांगन, उपेंद्र डनसेना, विकास जायसवाल, विपिन सवानी, विपिन राय, प्रवीण त्रिपाठी, रिवेश पोडवार, जीतू सोनी, अमर गुप्ता, हीरा मोटवानी, दुर्गा यादव , कैलाश आचार्य, शैलेन्द्र साहू समेत कई पत्रकारों ने उक्त घटना की घोर निंदा की।