जिला और शहर अध्यक्ष बनाने कांग्रेस में मची होड़, सोशल मीडिया में सेटिंग नहीं बैटिंग करने वाले नेतृत्व की चल रही मांग
अपनी उपलब्धि की लंबी फेहरिस्त बनाकर आला कमान को मनाने की जा रही कोशिश
पर्यवेक्षक उमंग सिंघार को थोक में मिला आवेदन
बिलासपुर। 2028 के विधानसभा और 2029 होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी बड़ी जिम्मेदारी के साथ मैदान में उतरेगी। पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए जिला व शहर अध्यक्ष का प्रभार एक ऐसे नेता को दिया जाना है जिसके सटीक निर्णय से कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर वोट की मांग करेंगे। छत्तीसगढ़ में जिला व शहर अध्यक्ष पद के आवेदन जमा किये जा रहे हैं। बिलासपुर जिले में इन दोनों पदों के लिए भारी संख्या में कांग्रेसी नेताओं ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। पूरे दमखम के साथ अपने राजनीति आकाओं से संपर्क बनाया जा रहा है।
इधर पार्टी आला कमान ने मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को पर्यवेक्षक के रूप में आवेदन स्वीकार करने के लिए नियुक्त किया है। शहर व जिला अध्यक्ष पद के नेतागिरी और ऊंची पहुंच को दरकिनार कर काम करने वाले को जिम्मेदारी सौंपा जाना है। इधर सोशल मीडिया में भी सेटिंग नहीं बैटिंग करने वाले नेतृत्व की मांग की जा रही है। बहरहाल बिलासपुर जिले में अपनी लकीर लंबी करने वाले नेता उपलब्धि का हवाला देकर अध्यक्ष पद के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। खासकर पार्टी से बगावत और पार्टी के ही उम्मीदवार को हराने वाले कुछ नेता भी अपने आप को अध्यक्ष के रूप में देखने लगे हैं। कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाकर रायपुर तक दौड़ लगाया जा रहा है। अब देखना है कि कांग्रेस पार्टी महत्वपूर्ण पदों पर काम करने वाले नेतृत्व क्षमता के धनी को प्रभार देगी या फिर गुटबाजी में माहिर लोग इस पद को हथियाने में कामयाब हो जाएंगे।