गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा, तेजी से पूर्ण करें निर्माणाधीन कार्य : परदेशी
बिलासपुर. लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर-चांपा और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिलों में चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों को द्रुत गति से पूरा करें तथा कार्यों की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें। इसमें कोई भी समझौता नही होगा और जिम्मेदार पर सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। मंथन सभाकक्ष में आयोजित बैठक में श्री परदेशी ने राष्ट्रीय राजमार्ग बिलासपुर जिला डिवीजन अंतर्गत बिलासपुर से बनारी और सकरी से मुंगेली सड़क निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि बरसात से पूर्व कार्य पूर्ण नहीं होता है तो उसके लिये भी वैकल्पिक व्यवस्था बनायें। जिससे आम जनता को परेशानी न हो। कोई तकनीकी समस्या है तो जल्द समाधान करें। उन्हांेने नेशनल हाईवे अथाॅरिटी द्वारा किये गये बिलासपुर से रायपुर सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर असंतोष जताया और डेढ़ माह मंे सभी महत्वपूर्ण जगह पर संकेतक लगाने और गांवों के समीप लाईट लगाने का कार्य पूर्ण करने कहा। उन्होंने इस बात पर नाराजगी जताई कि इस मार्ग पर टोल लेना प्रारंभ कर दिया गया है। किंतु सुविधाएं पूर्ण नहीं की गई है। टोल प्लाजा में भी संकेतक स्पष्ट रूप से लगाने का निर्देश दिया। कलेक्टर डाॅ.संजय अलंग ने कहा कि फास्टटेग के कारण टोल प्लाजा में जो समस्या आ रही है, उस पर ध्यान दिया जाए। जिसमें कानून व व्यवस्था की स्थिति निर्मित न हो। उन्होंने बिलासपुर रायपुर मार्ग पर भारी वाहनों के लिये साइड लेन व बीच-बीच में पार्किंग तथा शेड की जरूरत बताई। साथ ही रायपुर मार्ग से बिलासपुर प्रवेश हेतु नये मार्ग की भी आवश्यकता बताई। श्री परदेशी ने पेण्ड्रीडीह से तुर्काडीह बाईपास निर्माण की समीक्षा की। इस मार्ग पर आरओबी की निर्माण कार्य में गति लाने के निर्देश दिया। बहतराई स्टेडियम में चल रहे सभी को परियोजनाओं को अंतिम रूप से को पूर्ण करने, खेल परिसर मंे एस्ट्रोटर्फ को पूर्ण करने तथा राघवेन्द्र राव साईंस काॅलेज में चल रहे कार्य मंे गति लाने कहा। श्री परदेशी ने छात्रावास निर्माण कार्यों को पूर्ण गुणवत्ता से करने का निर्देश देते हुए कहा कि इन कार्यों का सतत् निरीक्षण एसडीओ करें। निर्माण स्थल पर बोर्ड लगाने और निर्माण सामग्री की लैब टेस्टिंग अनिवार्य रूप से करने कहा। इनमें कमी दिखने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई। बिलासपुर इंजीनियरिंग काॅलेज में आडिटोरियम निर्माण, राजस्व मंडल का भवन, सेंदरी में प्रयास विद्यालय भवन, साईंस काॅलेज का आडिटोरियम निर्माण सहित जांजगीर-चांपा, मुंगेली आदि जिलों में चल रहे भवन निर्माण कार्यों की समीक्षा की और कहा कि इन कार्यों का सतत् माॅनिटरिंग करें। वे स्वयं भी निर्माण कार्यों को देखने जायेंगे। अरपा नदी पर बनाये जा रहे पुल के कार्य को युद्धस्तर पर करने कहा। इसके अतिरिक्त लालखदान, गौरेला, सेमरदर्री से पसान मार्ग में पुल, अरपा नदी में फोरलेन पुल निर्माण की समीक्षा की। उन्हांेने कहा कि पुल निर्माण में आधार कार्य पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
सड़क मरम्मत कार्य में दिखे गुणवत्ता
श्री परदेशी ने बताया कि प्रदेश में सड़कों के मरम्मत के लिये 600 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं। बिलासपुर परियोजना संभाग में भी 58 करोड़ की लागत से 123 सड़कों की मरम्मत की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सड़कों का मरम्मत ऐसा किया जाये कि बरसात में भी उसमें गड्ढे न दिखें। पेचवर्क के बाद भी सड़क न उखड़े। एडीबी परियोजना अंतर्गत 8 सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के तहत मंगला, भैंसाझार सड़क निर्माण कार्य की धीमी गति पर भी उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त की। सड़क सेफ्टी में विभाग का प्रदर्शन अच्छा नहीं है। इसको गंभीरता से लेने का भी निर्देश उन्होंने दिया। बैठक में लोक निर्माण विभाग, सड़क एवं भवन, ईएण्डएम, सेतु विभाग, एनएच, एनएचआई, एडीबी परियोजना के अधिकारी, चीफ इंजीनियर, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन यंत्री एवं एसडीओ उपस्थित थे।