दूसरों की जान बचाने वाले खुद तड़पकर मरने को हैं मजबूर, पढ़ें ये दर्दनाक खबर
नई दिल्ली. अक्सर कहा जाता है कि दूसरी की जान बचाने से ज्यादा बड़ा परोपकार कोई नहीं. लेकिन इस कहावत के परे कई बार ऐसे हालात पैदा हो जाते हैं जब जान बचाने वाला खुद भी तड़पकर मरने को मजबूर हो जाता है. ऐसे ही इन दिनों दर्दनाक मौत से दम तोड़ने को मजबूर हैं चीन के डॉक्टर्स. पिछले डेढ़ महीने से आम नागरिकों को कोरोना वायरस (Corona Virus) से बचाने वाले डॉक्टर खुद मौत से जूझ रहे हैं. सबसे दुख की बात ये है कि जिस पेशे में ये डॉक्टर और हेल्थ वर्कर हैं वहां से भाग जाना भी कोई समाधान नहीं है.
1,700 से ज्यादा हेल्थ वर्कर तोड़ चुके हैं दम
चीनी मीडिया के मुताबिक अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में काम करने वालों में 1,700 से ज्यादा हेल्थ वर्कर कोरोना वायरस से लोगों को बचाते-बचाते खुद ही संक्रमित होकर दम तोड़ चुके हैं. जानकारों का कहना है कि अस्पतालों में संक्रमित लोगों के बीच कोरोना वायरस का इलाज करना अपने आप में बड़ी चुनौती है. डॉक्टरी पेशे में आप मरते हुए किसी व्यक्ति को छोड़कर भाग भी नहीं सकते हैं. यही कारण है कि हेल्थ वर्कर इस महामारी से संक्रमित होकर मरने को मजबूर हैं.
वुहान अस्पताल के डायरेक्टर की भी हो गई है मौत
चीन में कोरोना वायरस का कहर इस कदर फैला है कि खुद इससे बचाने वाले भी बच नहीं पा रहे. चीनी अखबारों ने पुष्टि की है कि वुहान अस्पताल के डायरेक्टर लीऊ जीमिंग की भी मौत हो गई है. वुहान का ये वही अस्पताल है जहां सबसे पहले इस वायरस की पहचान की गई थी. बताते चलें कि इसी अस्पताल के डॉक्टर ली वेनलियांग ने इस वायरस की खोज की थी. वेनलियांग की भी मौत हो चुकी है. उल्लेखनीय है कि चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता ही जा रहा है. कोरोना वायरस की वजह से मंगलवार तक लगभग 1,868 की मौत हो चुकी है. इसके अलावा 72,436 लोग वायरस से संक्रमित है.