‘जनता कर्फ्यू’ पर महाराष्ट्र में राजनीति! सीएम उद्धव ठाकरे ने क्यों साधी चुप्पी?
मुंबई. कोरोना वायरस (Corona Virus) को हराने के लिए देश की जनता ने कमर कस ली है. जनता द्वारा लगाए गए जनता कर्फ्यू (Janta curfew) का देशभर में असर देखने को मिल रहा है. हालांकि कुछ राजनीतिक पार्टियां इसपर भी राजनीति करने से नहीं चूक रही हैं. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है यहां अब तक कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या 74 हो गई है. जबकि दो कोरोना पीड़ितों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद महाराष्ट्र के सीएम उद्दधव ठाकरे जनता कर्फ्यू का समर्थन करने की बजाय उसपर राजनीति कर रहे हैं.
एक तरफ जहां NCP, कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने जनता कर्फ्यू का समर्थन किया है वहीं शिवसेना और उद्धव ठाकरे ने इसपर चुप्पी साध रखी है. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे समेत शिवसेना के सभी बड़े नेता फिलहाल खामोश हैं. हालांकि महा विकास आघाड़ी में शामिल एनसीपी ने प्रधानमंत्री मोदी की जनता कर्फ्यू को समर्थन दिया है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री और NCP नेता राजेश टोपे ने जनता कर्फ्यू सफल बनाने की लोगों से अपील की है.
जनता कर्फ्यू को NCP का समर्थन
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बेहद जरूरी है और जनता कर्फ्यू को जरूर सफल बनाएं. इससे पहले एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी जनता कर्फ्यू को सफल बनाने की अपील कर चुके हैं. ठाकरे सरकार को समर्थन दे रही महाराष्ट्र कांग्रेस भी इसपर खामोश बनी हुई है.
मुंबई पुलिस की अपील
इस बीच मुंबई समेत महाराष्ट्र में जनता कर्फ्यू का लोग सख्ती से पालन करते नजर आ रहे हैं. जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए मुंबई पुलिस ने हॉलीवुड फिल्म “हैरी पोटर” का सीन जारी करते हुए मुंबई में जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील की है. पुलिस ने लोगों को घरों में रहने की अपील करते हुए कहा कि बीमारी के फैलने और उसके नुकसान से बचाव के लिए घरों में ही रहें.
मुंबई बंद
इस बीच जनता कर्फ्यू को मुंबईकरों का जमकर समर्थन मिल रहा है. रविवार को लोगों से खचाखच भरे रहने वाले अधिकतर इलाके खाली हैं. मरीन ड्राइव, शिवाजी पार्क, चर्चगेट और मुंबई के रेलवे स्टेशन समेत अन्य इलाके पूरी तरह से खाली दिखाई दे रहे हैं.