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कोरोना वायरस के संबंध में मनोरोगियों को चिकित्सक की सलाह :  वर्तमान में कोविड-19 जैसे भयंकर बीमारी को रोकने के लिये लाॅक डाउन किया गया है। लाॅक डाउन एवं रोग के विकरालता की जानकारी के अभाव में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में तनाव को देखते हुए भारत सरकार ने निम्हांस बेंगलुरू की मदद से एक देशव्यापी नंबर 08046110007 जारी किया गया है।
राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय सेंदरी बिलासपुर में प्रतिदिन बाह्य रोगी को इस संबंध में परामर्श दिया जा रहा है। साथ ही मानसिक स्वास्थ्य समस्या जैसे तनाव, अवसाद आदि होने पर दूरभाष द्वारा डाॅ.मल्लिकार्जुन राव सगि मनोरोग विशेषज्ञ के मोबाईल नंबर 8354066436 से समय प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक परामर्श लिया जा सकता है। कोरोना वायरस के संबंध में मनोरोग चिकित्सक ने सलाह दी है कि कोरोना से जुड़ी ज्यादा खबरें ना देखें ना सुने, आपको जितनी जानकारी चाहिए आप पहले से ही जान चुके हैं। कहीं से भी अधिक जानकारी एकत्र करने का प्रयास छोड़े क्योंकि ये आपकी मानसिक स्थिति को और ज्यादा कमजोर ही करेगा। दूसरों को वायरस से संबंधित सलाह ना दें क्योंकि सभी व्यक्तियों की मानसिक क्षमता एक सी नहीं होती, कुछ डिप्रेशन अर्थात अवसाद का षिकार हो सकते हैं। जितना संभव हो संगीत सुने, अध्यात्म, भजन आदि भी सुन सकते हैं, बच्चों के साथ बोर्ड गेम खेलें, परिवार के साथ बैठकर आने वाले वर्षों के लिये प्रोग्राम बनाएं। अपने हाथोें को नियमित अंतराल पर अच्छे से धोएं, सभी वस्तुएं की सफाई भी करें, किसी भी नव आगंतुक को 1 मीटर दूर से मिले। आपकी नकारात्मक सोच-विचार की प्रवृत्ति डिप्रेशन बढ़ाएगी और वायरस से लड़ने की क्षमता कम करेगी दूसरी ओर सकारात्मक सोच आपको शरीर और मानसिक रूप से मजबूत बनाकर किसी भी स्थिति या बीमारी से लड़ने में सक्षम बनाएगी। अत्यंत आवश्यक है कि विष्वास दृढ़ रखें कि ये समय शीघ्र ही निकलने वाला है और आप हमेशा स्वस्थ्य और सुरक्षित रहेंगे।

जिले में खाद्यान्न की कमी नहीं है, घबराएं नहीं, हड़बड़ी में ज्यादा खरीदारी नहीं करें :  कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने अपील की है कि जिले में खाद्यान्न एवं अन्य जरूरी वस्तुओं की कमी नहीं है। ये सामग्री पूरे लॉक डाउन के दौरान आम जनता को खाद्यान्न आसानी से सुलभ रहेगी इसलिये घबराएं नहीं और अनावश्यक खरीददारी न करें। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए इस समय जिले में लॉक डाउन है। यह देखा जा रहा है कि आम लोगों में खाद्यान्न सामग्री की सुलभता को लेकर चिंता है। इसे लेकर डॉ. अलंग ने स्पष्ट किया है कि जिले में अनाज, दाल, तेल, दूध, सब्जी, घरेलू गैस आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और लॉक डाउन के दौरान भी इसकी कोई कमी नहीं होगी। इसलिये उन्होंने अनुरोध किया है कि अपनी आवश्यकतानुसार ही खाद्यान्न खरीदें। अनावश्यक खरीदारी से बाजार में जमाखोरी को बढ़ावा मिलता है।
उन्होंने बताया कि बिलासपुर जिले में थोक व्यापारियों द्वारा आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सतत् जारी है और खाद्यान्न का पर्याप्त स्टाक उपलब्ध है। थोक बाजार में तेल 300 टन, शक्कर 250 टन, आलू 200 टन, दाल 200 टन, प्याज 175 टन, पेट्रोल 750 किलोलीटर, डीजल 1400 किलोलीटर, घरेलू गैस 14 हजार सिलेंडर आज के स्टाक में उपलब्ध है। जिला प्रशासन द्वारा इन पदार्थों की आवक, खपत और मूल्य पर सतत् निगरानी रखी जा रही है। कलेक्टर ने उपभोक्ताओं से यह भी अपील की है कि वे खरीददारी के दौरान सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन करें। डॉ. अलंग ने कहा है कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले की सभी राशन दुकानें खुली हुई हैं। ये दुकानें प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक खुली रहेंगीं। शासन द्वारा सभी पीडीएस दुकानों में दो माह के राशन का भंडारण कर दिया गया है। एपीएल और बीपीएल दोनों ही तरह के कार्डधारी दुकानों से दो माह का राशन एक साथ या अपनी सुविधानुसार अलग-अलग माह में ले सकते  हैं। कलेक्टर ने कहा है कि खरीददारी के दौरान उपभोक्ता सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

मुख्य बाजार के अतिरिक्त चार अन्य जगहों पर सब्जी बाजार प्रारंभ :  बिलासपुर शहर के मुख्य सब्जी बाजार में भीड़ को  रोकने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए चार अन्य जगहों पर अस्थायी सब्जी बाजार लगाये जा रहे हैं। नगर निगम आयुक्त श्री प्रभाकर पांडेय ने बताया कि ये बाजार मिशन स्कूल मैदान, लाल बहादुर शास्त्री स्कूल मैदान, गणेश चैक नेहरू नगर और मुंगेली नाका मैदान में लगाये जा रहे हैं।

कलेक्टर ने की अपील, घर में रहें और प्रशासन को सहयोग करें :  कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने जिले की जनता से अपील की है कि वे कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए लागू लॉकडाउन के दौरान घरों में ही रहें और जिला प्रशासन का सहयोग करें। कलेक्टर ने कहा है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिले के लोग जिस तरह जागरूक हैं और खुद ही सावधानी बरत रहे हैं उसी का नतीजा है कि हमारा शहर पूरी तरह सुरक्षित है। इसी तरह सावधानी आने वाले दिनों में भी बरतें तो निश्चित रूप से हम इस आपदा से हम अपने शहर और जिले को बचा लेंगे। उन्होंने आम जनता से यह भी अनुरोध किया कि यदि बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए घर से बाहर निकल रहे हों तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए की जाये फसल कटाई प्रयोग-कलेक्टर :  कलेक्टर डॉ. संजय अलंग ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए रबी की फसल कटाई प्रयोग में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने कहा है। उन्होंने सभी तहसीलदारों को उक्त निर्देश जारी करते हुए फसल कटाई समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए भी कहा है। जिले में रबी फसल के लिए किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ देने हेतु 30 अप्रैल तक फसल कटाई प्रयोग पूरा किया जाना है। गेहूं सिंचित क्षेत्र के लिए 872, असिंचित क्षेत्र के लिए 56, चना के लिए 388, अलसी के लिए 48 और राई-सरसों के लिए 292 फसल कटाई प्रयोग करने का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया है कि फसल कटाई प्रयोग की साफ्टवेयर में प्रविष्ठि समय-सीमा में सुनिश्चित करें जिससे किसानों को फसल नुकसान की स्थिति में समय पर बीमा दावा का भुगतान हो सके।

प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल्द से जल्द दो-दो क्विंटल चावल पहुंचायें-कलेक्टर :  राज्य शासन के निर्देश के मुताबिक जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए दो-दो क्विंटल चावल प्रत्येक ग्राम पंचायत में आबंटित कर दिया गया है। यह चावल जल्द से जल्द ग्राम पंचायतों में पहुंचाया जाये। कलेक्टर डॉ. संजय अलंग की अध्यक्षता में कोरोना संक्रमण को लेकर गठित कोर कमेटी की बैठक में खाद्य विभाग के अधिकारी को यह निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि जिन पात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड नहीं बना है उनका भी कार्ड प्राथमिकता से बनाएं ताकि वे उचित मूल्य की दुकानों से खाद्यान्न प्राप्त कर सकें। कलेक्टर ने जिले में प्राकृतिक आपदा से पीड़ित व्यक्तियों को आरबीसी 6-4 के तहत राहत प्रदान करने के लिए प्राप्त प्रकरणों का परीक्षण कर स्वीकृति देने और राशि आबंटित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने जिले में लॉकडाउन की अवधि में मृतकों के लिए शव वाहन उपलब्ध कराने हेतु वाहनों का चिन्हांकन करने और वाहनों के ड्राइवर के लिए पीपीई किट की व्यवस्था करने कहा। साथ ही नगर निगम आयुक्त को निर्देशित किया कि इसके लिये प्रभारी अधिकारी नियुक्त करें।
पशुओं के लिए चारा उपलब्धता की बैठक में समीक्षा की गई। पशु पालन विभाग के अधिकारी ने बताया कि जिले में प्रतिदिन 8 हजार क्विंटल पशु चारे की आवश्यकता है। कलेक्टर ने कहा कि पशुओं के लिये चारे की कमी न हो तथा चारा परिवहन की सुचारू व्यवस्था की जाये।

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