आज ही के दिन पैदा हुए थे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान, 1990 के दशक में था इनका जलवा
नई दिल्ली. अगर 1990 के दशक को याद करें तो इंग्लैंड के जिस खिलाड़ी की खास तौर से ज्यादा चर्चा होती थी, वो हैं एलक स्टीवर्ट (Alec Stewart). वो इंग्लैंड की टीम में बतौर सलामी बल्लेबाज शामिल हुए थे. एलक स्टंप के पीछे गेंद रोकने और कैच पकड़ने में काफी माहिर थे और विकेट के आगे तो वो किसी भी गेंदबाज के छक्के छुड़ाना जानते थे. उनके पिता माइकल जेम्स स्टीवर्ट भी इंग्लिश टीम के लिए 8 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, ऐसे में एलक के अंदर जो क्रिकेट की काबीलियत थी वो उन्हें विरासत में मिली थी, जिसका उन्होंने बखूबी फायदा उठाया.
एलक ने अपना पहला वनडे मैच साल 1989 में श्रीलंका के खिलाफ खेला, इसके अलावा अगले ही साल उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला. वो अकसर टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करते थे, उस वक्त इंग्लिश टीम में विकेटकीपिंग का जिम्मा जैक रसेल के पास था, जो बल्लेबाजी के मामले में स्टीवर्ट के मुकाबले थोड़े कमजोर थे. 1998 में रसेल रिटायर हो गए और विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी पूरी तरह स्टीवर्ट के पास आ गई. उसी साल एलक को इंग्लैंड की कप्तानी सौंपी गई और 1999 के वर्ल्ड कप में वो ही इंग्लिश टीम के कैप्टन रहे.
एलक की जिंदगी से एक अनोखा इत्तेफाक जुड़ा है, उनके जन्म की तारीख 8/4/63 और उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 8463 रन बनाए हैं. इसके अलावा 1990 के दशक में टेस्ट क्रिकेट में 6,407 रन बनाए जो उस 10 साल के दौरान एक रिकॉर्ड है. वो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे, उन्होंने टेस्ट में 15 शतक लगाए हैं और विकेट के पीछे 263 कैच लपके हैं. साल 2003 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. इंग्लैंड टीम के लिए जो उन्होंने योगदान दिया है उसे भुला पाना नामुमकिन है.