RIP Sushma Swaraj: पंचतत्व में विलीन हुईं सुषमा स्वराज, राजकीय सम्मान से दी गई अंतिम विदाई

नई दिल्ली. पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की कद्दावर नेता 67 वर्षीय सुषमा स्वराज का मंगलवार की देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उनके निधन की खबर के बाद पूरे देश में शोक की लहर है और अब से कुछ ही देर बाद उनका अंतिम संस्कार लोधी रोड़ श्मशान घाट पर किया जाएगा।

सुषमा स्वराज की चिता को उनकी बेटी बांसुरी मुखाग्नि देंगी और लोधी घाट पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया जारी है। सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई देने के लिए लोधी घाट श्मशान घाट पर प्रधानमंत्री मोदी के अलावा गृहमंत्री साह, रक्षा मंत्री समेत कैबिनेट मंत्री और विपक्षी दलों के सभी नेता मौजूद हैं। इनके अलावा लालकृष्ण आडवाणी भी अंतिम संस्कार में पहुंचे हैं। अंतिम सफर पर जा रही सुषमा स्वराज को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांधा दिया। अंतिम संस्कार से पहले पूर्व विदेश मंत्री को राजकीय सम्मान दिया गया और उनकी पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटा गया। इस दौरान उनके पति और बेटी अंतिम सलामी देते नजर आए।

सुषमा स्वराज की पार्थिव देह भाजपा मुख्यालय में रखी गई है जहां भारी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन कर रहे हैं। सुषमा स्वराज की पार्थिव देह 12 बजे तक उनके आवास पर रखे जाने के बाद इसे अब भाजपा मुख्यालय ले जाया जा रहा है जहां आम लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे।

इससे पहले आज सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सुषमा स्वराज को उनके आवास पर पहुंच कर श्रद्धांजलि अर्पित की।

कुछ ही देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सुषमा स्वराज के आवास पर पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित की।

उनके अलावा उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू, मुलायम सिंह यादव, रामगोपाल यादव, अरविंद केजरीवाल समेत कईं नेतओं ने श्रद्धांजलि दी।

गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंचे और श्रद्धांजलि दी।

इनके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी, राहुल गांधी भी सुषमा स्वराज के आवास पर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी।

भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पहुंचे और पुष्प अर्पित किए।

सुषमा उनके निधन की खबर से ही पूरे देश में शोक छा गया। उनके निधन की खबर मिलते ही उनके आवास पर पक्ष और विपक्ष के बड़े नेताओं का तांता लग गया और सभी ने उनके अंतिम दर्शन किए। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित पक्ष-विपक्ष के कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

अनुच्छेद 370 हटने पर पीएम को दी थी बधाई

सुषमा स्वराज के निधन के साथ एक विडंबना यह रही कि कुछ ही घंटों पहले उन्होंने ट्वीट कर मंगलवार को अपने जीवन का सबसे अच्छा दिन बताया था। एक अन्य विडंबना यह भी है कि दिल्ली ने एक माह के भीतर दो पूर्व महिला मुख्यमंत्रियों को गंवा दिया है। ध्यान रहे कि 20 जुलाई को शीला दीक्षित का निधन हो गया था।

देर रात आई दुखद खबर

मंगलवार शाम को केंद्र सरकार को ट्वीट कर अनुच्छेद 370 हटने पर बधाई देने के कुछ ही घंटों बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा। अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक उन्हें बेहद नाजुक हालत में एम्स में देर रात 10.15 बजे भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें सीपीआर (कार्डियक पल्मोनरी रेसिस्टेशन) देकर उनकी हालत स्थिर करने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टरों को कामयाबी नहीं मिली। करीब 11 बजे उनका निधन हो गया।

पिछली लोकसभा में मप्र के विदिशा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकीं सुषमा स्वराज ने अपने स्वास्थ्य कारणों के चलते ही वर्ष 2019 में आम चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था। उन्होंने अप्रैल, 2016 में एम्स से ही किडनी ट्रांसप्लांट कराया था।



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