माकपा ने विपक्षी नेताओं को लिखा पत्र, कोरोना के बाद एकजुट होकर अर्थव्यवस्था का खाका बनाने की अपील
नई दिल्ली. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कोरोना महामारी के बाद देश के आर्थिक हालातों को सुधारने के लिए विपक्षी पार्टी के नेताओं से एकजुट होकर रोडमैप बनाने की बात की है. इस संबंध में सीताराम येचुरी ने विपक्षी पार्टी के नेताओं को एक पत्र भी लिखा है. माकपा महासचिव ने पत्र में लिखा है कि वामपंथी पार्टी ने महामारी के बाद सामने आने वाले मुद्दों से निपटने के लिए एक आर्थिक रोडमैप तैयार किया है और अन्य पार्टियों से इस पर अपने विचार देने का आग्रह किया है.
चिट्ठी के मुताबिक, ”मैं इस रोडमैप को फॉरवर्ड कर रहा हूं. जिसे औपचारिक रूप से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी भेजा गया है. आपसे निवेदन है कि अगर आपके पास भी इस संदर्भ में कोई विचार है तो उसे साझा करें. अगर आप लोगों की सहमति है तो सीपीआई-एम वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए इस मुद्दे पर बात कर सकती है. समय और तारीख के अनुसार जानकारी को अपडेट कर दिया जाएगा.”
सीताराम येचुरी ने यह खत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और सीपीआई जनरल सेक्रेट्ररी डी राजा समेत अन्य कई लोगों को भेजा है.
माकपा ने सुझाव दिया है कि तात्कालिक उपाय के रूप में, केंद्र सरकार को तीन महीने की अवधि के लिए आयकर न भरने वाले सभी परिवारों को प्रति माह 7,500 रुपये और छह महीने के लिए प्रति माह 10 किलोग्राम मुफ्त राशन उपलब्ध कराना चाहिए.
इसके अलावा माकपा ने केंद्र से राज्यों को अपने जीएसटी देय का भुगतान करने का आग्रह किया है और तत्काल उपायों के रूप में राज्यों की उधार सीमा को दोगुना करने की अपील की है.