BMC के इस फैसले से नाराज हुए मुंबई के दुकानदार, सीएम ठाकरे से की शिकायत
मुंबई. कोरोना वायरस (Coronavirus) महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहा है. इस बीच मुंबई में गैर जरूरी दुकानें बंद करने के बीएमसी के फैसले से दुकानदार नाराज हो गए हैं. दुकानदारों ने कहा कि शराब की दुकानों को बंद करना ठीक है लेकिन दूसरी दुकानें खुल सकती हैं. दुकानदारों ने इस मामले में सीएम उद्धव ठाकरे के पास शिकायत दर्ज कराई है.
फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेन शाह ने पत्र में कहा है, ‘हम सीएम द्वारा गैर जरूरी उत्पादों पर दी गई राहत के बाद आए ऑर्डर को देखकर हैरान हैं. हमारे एसोसिएशन और सदस्यों ने कभी किसी राहत के लिए नहीं कहा, लेकिन जब सरकार ने इस बात की घोषणा की तो हमने यह सोचकर इसे स्वीकार किया इससे इकोनॉमी सुधरेगी. वाइन शॉप को शुरू करने का सरकार का फैसला अच्छा विकल्प था क्योंकि इससे सरकार को रिवेन्यू मिलता.’
वीरेन ने पत्र में कहा कि 50 दिन के लॉकडाउन के बाद लोगों को कई घरेलू चीजों की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बच्चों को शॉर्ट्स, नाइटवियर, अंडरगारमेंट्स, टीशर्ट्स और ट्रैकपैंट की जरूरत है. वहीं घरेलू महिलाओं को किचेन का सामान और महिलाओं से जुड़ी सामग्रियों की जरूरत है. इसलिए 50 दिनों के लॉकडाउन के बाद मुंबई के लोगों के लिए ये गैर जरूरी चीजें अब जरूरी बन गई हैं. इन चीजों की काफी मांग है.
वीरेन का कहना है कि वे मानते हैं कि इस समय कोरोना महामारी का प्रकोप है और यह तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन अगर इकोनॉमी को आगे ना बढ़ाया गया तो हमें हमेशा के लिए दुकानें बंद करनी होंगी और इससे लाखों में लोगों की नौकरी भी जाएगी. वीरेन का ये भी कहना है कि हमें ऐसे आदेश का इंतजार है, जिससे इकोनॉमी भी बढ़े और दुकानदारों का मनोबल भी बना रहे.