400 करोड़ की लागत से बन रही है इस स्टेशन पर दोहरी लाइन, लादान में होगी बढ़ोत्तरी
बिलासपुर. लदान में बढोत्तरी व यात्री ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के लिए रेलवे चार वर्ष पूर्व पेंड्रारोड़ से निगोरा व निगोरा से अनूपपुर तक 50 किलोमीटर लम्बी रेल लाइन बनाने का काम शुरू किया था। चार वर्ष में रेल लाइन अब अपने अंतिम चरण में है। अधिकारियों ने बताया कि ट्रैक शुरू होने से लदान में वृद्धि होगी वही यात्री ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ेगी। यात्री सुविधा में बढोत्तरी व लदान में तेजी लाने के उद्देश्य से रेलवे ने अपनी महत्वपूर्ण परियोजना पेंड्रारोड-निगोरा के 51.1 किलोमीटर लाइन बनाने की योजना बनाई थी। पेंड्रारोड से निगोरा व निगोरा से अनूपपुर के बीच रेलव लाइन बन जाने से रेलवे की साइड के काम गति आएगी वही लाइन का दोहरी करण होने से यात्री ट्रेनों की होने वाली लेट लतीफी से भी छुटकारा मिल जाता। वही रेलवे पेंड्रारोड़ निगोरा होते हुए अनुपपुर तक ज्यादा से ज्यादा ट्रेने का संचालन भी आसान हो जाता। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अपने बजट पर पहले चरण में पेंड्रारोड से निगोरा के बीच 27 किलो मीटर रेल परियोजना की शुरुआत की थी। वही दूसरे चरण में मध्यप्रदेश के अनूपपुर से निगोरा कर 23 किलो मीटर रेलवे ट्रैक का निर्माण करना था। लगभग 50.1 किलो मीटर लम्बी रेल लाइन प्रोजक्ट को वर्ष 2016 में रेलवे बोर्ड से मंजूरी मिली थी। वर्ष 2016 से बन रहा पेंड्रारोड व निगोरा से अनुपपुर तक बन रही लाइन में लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से बन कर तैयार होने को है। अधिकारियों की माने तो इस वित्तीय वर्ष के अंत में लाइन को पूरा कर लिया जाएगा।