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स्कूलों का रंगरोगन और सेनेटाईजेशन किया जाएगा : शैक्षणिक सत्र 2020-21 प्रारंभ होने के पूर्व जिले के सभी स्कूलों का रंग-रोगन, साफ-सफाई और सेनेटाईजेशन किया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कक्षा संचालित होंगे। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर द्वारा जिले के समस्त शासकीय, अर्धशासकीय, अशासकीय शालाओं के संस्था प्रमुखों को निर्देश जारी कर शैक्षणिक सत्र 2020-21 के प्रारंभ होने के पूर्व आवश्यक तैयारी किये जाने हेतु निर्देश जारी किया गया है। आगामी सत्र प्रारंभ होने के पूर्व शाला में कक्षावार दर्ज संख्या उपलब्ध कक्ष एवं सोशल डिस्टेंसिंग के मापदण्ड का अनुपालन करते हुए शाला संचालन का प्रस्ताव, शाला संचालन का समय एवं अवधि के साथ अनिवार्य रूप से प्रेषित करने के लिये समस्त शालाओं के प्राचार्य एवं प्रधानपाठकों को निर्देशित किया गया है। शाला संचालन के समय, प्रवेष प्रक्रिया एवं अन्य गतिविधियों के लिये समुचित सुरक्षा उपाय जैसे मास्क की अनिवार्यता, सफाई का विशेष ध्यान, सोशल डिस्टेंसिंग, बुखार, सर्दी, खांसी से सुरक्षा इत्यादि के जागरूकता पोस्टर फ्लैक्स बनाकर कक्षा एवं शाला परिसर में लगायें। शाला प्रबंधन समिति द्वारा रेडक्रास, स्काउट गाईड, विज्ञान निधि से शालाओं में समस्त विद्यार्थियों हेतु हैण्डवाॅश, साबुन, सेनिटाईजर की व्यवस्था की जायेगी। जारी निर्देश के तहत यदि शाला परिसर प्रवासी मजदूरों के रूकने एवं आवासीय परिसर के रूप में कोरोन्टाईन सेंटर बनाया गया है तो अनिवार्य रूप से उसको सेनिटाईजेषन किया जाये। भवन की संपूर्ण साफ-सफाई, छतों एवं छज्जों में रूके हुये कचरे की सफाई, शौचालय एवं उसके आसपास की साफ-सफाई, पेयजल की टंकी एवं उसके आसपास की संपूर्ण साफ-सफाई कर उसके जल को दो-तीन बार अन्य प्रयोजन हेतु उपयोग कर शुद्ध पेयजल के लायक बनाने का निर्देश दिया गया है। सभी स्कूलों में साफ पानी उपलब्ध कराने के लिये आवश्यकतानुसार क्लोरीन टेबलेट एवं अन्य जल शुद्धता के उपाय के उपाय किये जाये। प्रत्येक अध्यापन कक्ष के लाईट पंखे एवं अन्य विद्युत उपकरणों की उचित सफाई एवं सुधार कार्य पूर्ण किया जाये। परिसर एवं भवन की जहां कहीं आवश्यकता है उनकी मरम्मत, निर्माण एजेंसी के माध्यम से सुधार योग्य हो तो उसका फोटो लेकर प्रस्ताव भेजने कहा गया है।
प्रवासी श्रमिकों के 1 हजार 800 से अधिक बच्चों को स्कूलों में मिलेगा दाखिला : लाॅकडाउन के चलते अपने राज्य वापस लौटकर आने वाले प्रवासी श्रमिकों के बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया जाएगा। इसके लिये जिले में 365 क्वारेंटाईन सेंटर में रह रहे 1 हजार 891 बच्चों का चिन्हांकन किया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों के बच्चों की नियमित शिक्षा के व्यवस्था के लिये उन्हें स्कूलो में प्रवेष दिलाने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर श्री सारांश मित्तर के निर्देश पर षिक्षा विभाग एवं ग्राम पंचायत द्वारा अभी तक 365 क्वारेंटाईन सेंटर में रूके हुये स्कूल जाने योग्य बच्चों की सूची बना ली गई है। चिन्हांकित बच्चों में 996 बालक और 895 बालिकाएं शामिल हैं। आंगनबाड़ी जाने योग्य 485 बच्चे कक्षा पहली के लिये 381 बच्चे, कक्षा दूसरी के लिये 211, तीसरी कक्षा के लिये 180, चैथी कक्षा के लिये 139, पांचवी कक्षा के लिये 107, छठवीं कक्षा के लिये 108, सातवीं कक्षा के लिये 65, आठवीं कक्षा के लिये 61, नौवीं कक्षा के लिये 76, दसवीं कक्षा के लिये 46, ग्यारहवीं कक्षा के लिये 26 और बारहवीं कक्षा के लिये 6 बच्चे चिन्हांकित किये गये हैं। क्वारेंटाईन सेंटर में रह रहे बच्चों की जानकारी निर्धारित प्रपत्र में एकत्रित की जा रही है। जिसमें इस प्रपत्र में बच्चे का नाम, आयु, जन्मतिथि, लिंग, पिता का नाम, माता का नाम, कहां से छत्तीसगढ़ वापस आये हैं, निवास स्थान का पूरा पता, ग्रामीण क्षेत्र के लिये गांव, पंचायत, विकासखंड, जिला एवं शहरी क्षेत्र के लिये मकान नंबर, मोहल्ला, वार्ड, शहर, जिला, बच्चा कितने वर्ष का है, किस कक्षा में पढ़ता है, इस वर्ष किस कक्षा में प्रवेश लेना है, यह जानकारी ली जा रही है। इसके अलावा बच्चे के माता-पिता छत्तीसगढ़ में रहेंगे अथवा काम के लिये बाहर जायेंगे, बच्चा छत्तीसगढ़ में रहेगा अथवा माता-पिता के साथ बाहर जायेगा, यह जानकारी भी प्रपत्र में प्रवासी श्रमिकों के क्वारेंटाईन सेंटर छोड़ने के पूर्व एकत्रित की जा रही है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस जानकारी की आॅनलाईन एण्ट्री के लिये साफ्टवेयर उपलब्ध कराया जा रहा है। कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि क्वारेंटाईन सेंटर में रह रहे सभी बच्चों की जानकारी प्राप्त कर आवश्यक कार्यवाही सुनिष्चित करें। जिससे कोई भी बच्चा स्कूल में प्रवेश से वंचित न रहे।
बंदी पवन कुमार की मृत्यु पर दंडाधिकारी जांच के आदेश : दंडित बंदी पवन कुमार उर्फ पंचू उर्फ रमेश उर्फ छोटेलाल आत्मज जयराम देवांगन उम्र लगभग 52 वर्ष जाति देवांगन निवासी ग्राम बोगियाकला (कोगियाकला) थाना पचपेड़ी (साजा) जिला बेमेतरा की सिम्स बिलासपुर में 4 अप्रैल 2020 को दोपहर 2.37 बजे मृत्य हो गई है। इस संबंध में जिला दंडाधिकारी बिलासपुर द्वारा जाचं के आदेश दिया गया है। जांच के बिन्दुओं में- बंदी क्या जेल दाखिल होने के पूर्व से किसी बीमारी से पीड़ित था अथवा जेल दाखिल होने के पश्चात उसे बीमारी हुई? बंदी को किसी प्रकार की शारीरिक यातना तो नहीं दी गई? बंदी को उपचार के दौरान दी गई चिकित्सा पर्याप्त थी अथवा नहीं? चिकित्सा का ब्यौरा दिया जाये? बंदी की मृत्यु के क्या कारण हैं? अन्य मुद्दे जो जांच के दौरान सामयिक पाये जाये। इन बिन्दुओं के बारे में जिस किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार की जानकारी हो तो वह श्री अमित गुप्ता डिप्टी कलेक्टर एवं कार्यपालिक दण्डाधिकारी के न्यू कम्पोजिट बिल्डिंग के भूतल स्थित न्यायालय में 16 जून 2020 तक प्रस्तुत कर सकते हैं।