शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाना है : प्रमुख सचिव
बिलासपुर.शिक्षा को रोजगारोन्मुखी बनाना है। इसके लिये विकासखण्ड स्तर पर स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में आईटीआई के साथ समन्वय स्थापित करके ऐसे व्यवसायिक पाठ्यक्रम संचालित किए जाएं, जिनसे छात्र-छात्राओं को रोजगार से जोड़ा जा सके। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार व्यवसायिक पाठ्यक्रम इसी शिक्षा सत्र से प्रारंभ किया जाना है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डाॅ.आलोक शुक्ला ने बिलासपुर के मंथन सभाकक्ष में जिले के आईटीआई एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्यों की बैठक में उपरोक्तानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में संचालक स्कूल शिक्षा जीतेन्द्र शुक्ला भी मौजूद थे। बैठक में मौजूद स्कूल शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालकों को प्रमुख सचिव डाॅ.शुक्ला ने निर्देशित किया कि विकासखण्ड स्तर पर स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और आईटीआई प्राचार्यों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाए, जिसमें विकासखण्ड के महत्वपूर्ण उद्योगों को भी आमंत्रित किया जाए। इस बैठक में इस बात का आंकलन किया जाए कि वहां स्थानीय रूप से कौन-कौन से ट्रेड में प्रशिक्षण देने से रोजगार की अधिक संभावना है। प्रत्येक विकासखंड के लिए ऐसे दो या तीन ट्रेड का चयन करने लिए कहा गया है। उन्होंने निर्देशित किया कि विकासखण्ड मुख्यालय स्थित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय और आईटीआई के भवनों का निरीक्षण करके इस बात का आंकलन करें कि जो ट्रेड चयनित किए गए हैं उनके लिए स्कूल या आईटीआई में पर्याप्त स्थान, प्रयोगशाला, उपकरण और मानव संसाधन उपलब्ध हो। भवन और लैब के रिनोवेशन और अतिरिक्त निर्माण की आवश्यकता के साथ ही चयनित ट्रेड के प्रशिक्षण के लिए आवश्यक उपकरण और उपयुक्त प्रशिक्षकों आदि की पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली जाए। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने अवगत कराया कि विस्तृत पाठ्यक्रम तैयार करने का कार्य स्टेट काउंसिल ऑफ वोकेशनल ट्रेनिंग (एससीवीटी) और छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा किया जा रहा है। बिलासपुर जिले के 7 आईटीआई के साथ 11 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों का चयन किया गया है।
विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं का निरीक्षण
बैठक के पूर्व प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा डाॅ.शुक्ला ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तारबाहर एवं लाला लाजपतराय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खपरगंज का निरीक्षण किया। इन विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा प्रारंभ की जाएगी। तत्पश्चात उन्होंने द जैन इंटरनेशनल स्कूल गए, जहां पर सी.बी.एस.सी.पाठ्यक्रम के लिये क्या आवश्यकता होती है उसे संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया। बैठक के पश्चात् औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्था कोनी को भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संभागायुक्त डाॅ.संजय अलंग, संचालक स्कूल शिक्षा जीतेन्द्र शुक्ला, अपर कलेक्टर बी.एस.उईके, संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा सहित संबंधित अधिकारी मौजूद थे।