दिल्ली मेट्रो के लिए काम कर रही कंपनी पर ED का शिकंजा, 33.71 करोड़ की संपत्ति जब्त
नई दिल्ली. प्रर्वतन निदेशालय (ED) ने बैंक फ्रॉड केस में दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) के लिये काम कर रही कंपनी ईरा इंफ्रा इंजीनियरिंग कंपनी की 33.71 करोड़ की संपति अटैच की है. अटैच की गई संपति में दिल्ली मेट्रो के लिये मुंडका में टनल का काम कर रही दो मशीनें है, जो इस काम में लगी हुई हैं. दोनों मशीन की कीमत 18.31 करोड़ और 15.40 करोड़ रुपये है.
इस कंपनी की 1990 में शुरुआत हुई थी जो कि बिल्डिंग, एयरपोर्ट, मेट्रो और रिहायशी मकान के कांट्रैक्ट लेती है और पिछले 15 सालों में करीब 50 प्रोजेक्ट्स में काम कर चुकी है. ईडी ने कंपनी के खिलाफ सीबीआई के दर्ज मामले के आधार पर कार्रवाई की है. सीबीआई ने अप्रैल 2018 में कंपनी के डायरेक्टर हेम सिंह भराना समेत 13 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. जिसमें बैंक के अधिकारी भी शामिल थे. आरोप है कि हेम सिंह बराना ने यूको बैंक से दो लोन लिये जो कि 650 करोड़ रुपये थे.
बैंक ने सीबीआई को शिकायत की थी. शिकायत के मुताबिक, कंपनी ने यूको बैंक से जो लोन लिया था उसमें दूसरे बैंकों से जो मंहगे ब्याज पर जो लोन लिये गये थे उन्हें चुकाने की बात की गयी थी. लेकिन बैंक के मुताबकि लोन को दूसरे कामों में इस्तेमाल किया गया.
ईडी की जांच में पता चला कि यूको बैंक ने जो 450 करोड़ का लोन पहले दिया था. उसमें से 211 करोड़ और 25 करोड़ अलग-अलग समय पर दूसरे कामों के लिये इस्तेमाल किये गये. जांच में सामने आया कि कंपनी ने कुछ पैसे शेयर में इस्तेमाल किया गया और कुछ को दूसरी कंपनी में ट्रांसफर किया गया. यानी कंपनी ने 236 करोड़ रुपयों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया. इसके अलावा जो 200 करोड़ का लोन दिया गया उसमें से 14.70 करोड़ रुपयों को भी दूसरी जगहों पर इस्तेमाल किया गया और ट्रांसफर भी किया गया.
इसी आधार पर ईडी ने इससे पहले कारवाई करते हुये कंपनी की 5.72 करोड़ की संपति अटैच कर ली थी. अब ईडी ने इसी मामले में कार्रवाई करते हुये 33.71 करोड़ की संपति अटैच की है. अब तक इस मामले में 39.43 करोड़ की संपति अटैच की जा चुकी है.