इमरान खान के ‘चीन प्रेम’ के खिलाफ PoK में प्रदर्शन, लोगों ने निकाला मशाल जुलूस
मुजफ्फराबाद. पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) भले ही चीन प्रेम में सबकुछ कुर्बान करने को तैयार हों, लेकिन आवाम बीजिंग की बढ़ती गतिविधियों से नाखुश है. इसका एक उदाहरण पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में देखने को मिला.
पीओके के मुजफ्फराबाद में लोगों ने चीन के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला. इस दौरान चीन विरोधी नारे भी लगाए गए. दरअसल, चीनी कंपनी द्वारा नीलम-झेलम नदी पर मेगा-डैम बनाया जा रहा है. इसी के विरोध में 12 अगस्त को लोगों विरोध-प्रदर्शन किए.
PoK में रहने वालों का कहना है कि डैम बनने से उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना होगा, लिहाजा सरकार को इसका निर्माण रोकना चाहिए. गुलाम कश्मीर के एक्टिविस्ट डॉ. अमजद मिर्जा ने कहा कि नीलम-झेलम नदी अब एक नाला बनती जा रही है और स्थानीय लोगों के पास पीने का पानी नहीं है. चीन-पाकिस्तान इकोनोमिक कॉरीडोर (CPEC) के नाम पर हमारे प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया जा रहा है.
वैसे, यह पहला मौका नहीं है, इससे पहले भी चीन बांध के विरोध में प्रदर्शन हो चुके हैं, लेकिन चीन प्रेम में अंधे हो चुके इमरान खान कुछ भी देखने-सुनने को तैयार नहीं हैं. लोगों का कहना है कि बड़े पैमाने पर बांधों के निर्माण और नदी की धारा मोड़ने से उनके अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान और चीन ने हाल ही में झेलम नदी पर आजाद पट्टन और कोहला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट बनाने को लेकर समझौता किया था. यह बांध चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का हिस्सा है. कहा जा रहा है कि इससे 700.7 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा. इस प्रोजेक्ट के 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है.
वहीं, बलूच अलगाववादियों ने भी इमरान के चीन प्रेम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान में तांबे और सोने के खनन के लिए चल रहे चीन की एक कंपनी के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की अनुमति दी है. यह खदान बलूचिस्तान प्रांत के चागी जिले में स्थित सैंडक के करीब है. बलूच अलगाववादी सरकार ने इस फैसले से नाराज हैं. उनका कहना है कि चीन उनके इलाके से खनिज चुरा रहा है.