इन प्राकृतिक तरीकों से करें अपने लंग्स की सफाई
वैसे तो अपने शरीर को स्वस्थ रखने का प्रयास हमेशा करना चाहिए। लेकिन कोरोना संक्रमण के दौर में यह जिम्मेदारी कहीं अधिक बढ़ जाती है। इस समय हमें विशेषतौर से अपने लंग्स यानी फेफड़ों का ध्यान रखने की जरूरत है। आइए, जानते हैं कि आप अपने खाने में ऐसा क्या शामिल करें, जो डेली रूटीन लाइफ में प्राकृतिक तरीके से ही आपके फेफड़ों को स्वस्थ रख सके…
पेपरमिंट टी (Peppermint Tea)
-पेपरमिंट सांस संबंधी बीमारियों को ठीक करने का एक सदियों पुराना नुस्खा है। पेपरमिंट और पूदीना दोनों का उपयोग ही सदियों से चिकित्सा क्षेत्र में होता आ रहा है। लंग्स की सफाई करने और उन्हें हेल्दी बनाने में मिंट बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप चाहें तो दिन में एक से दो बार मिंट टी का सेवन करके अपने लंग्स को इंफेक्शन से लड़ने की मजबूती दे सकते हैं।
ग्रीन-टी (Green Tea)
-ग्रीन-टी बनाना शायद दुनिया का सबसे आसान काम है। हां, कुछ लोगों के लिए इसे पीना मुश्किल जरूर हो सकता है। लेकिन फेफड़ों की सेहत के लिए स्वाद के साथ थोड़ा-सा समझौता किया जा सकता है।
फेफड़ों को मजबूत बनाए रखने के लिए क्या करें?
-शहद प्राकृतिक रूप से कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। शहद के अंदर ऐंटिबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं। आयुर्वेद के अनुसार रात को सोने से आधा घंटे पहले एक चम्मच शहद का सेवन किया जाए तो अच्छी नींद पाने में सहायता होती है।-शहद सूखी खांसी में बहुत अधिक राहत प्रदान करता है। दूध के साथ शहद का सेवन शरीर को कैल्शियम देकर हड्डियों को मजबूत करता है और डिहाइड्रेशन से भी बचाता है। श्वसनतंत्र को मजबूत बनाए रखने में और इंफेक्शन फ्री रखने में शहद बहुत अधिक गुणकारी होता है।
फेफड़ों को मजबूत बनाता है शहद
-कोरोना संक्रमण के दौरान सबसे पहले सांस लेने में समस्या होती है। इसके साथ ही बुखार, तेज सिरदर्द, सूखी खांसी और छींक आना आम बात है। कोरोना वायरस सांस या मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करने के बाद सबसे पहले हमारे श्वसन तंत्र पर ही हमला करता है।
-इस कारण सीने में भारीपन, जकड़न, सूजन, सांस लेने में दिक्कत की समस्या होती है। इन सभी समस्याओं से बचाने में हल्दी का सेवन बहुत अधिक लाभकारी है। आपको याद दिला दें कि कोरोना संक्रमण के दौरान सूखी खांसी होती है। सूखी खांसी में हल्दी मिला दूध पीने पर बहुत राहत मिलती है।
लहसुन बचाए गले और फेफड़ों के इंफेक्शन से
कच्चा लहसुन है फेफड़ों के लिए लाभकारी
-हो सकता है कि कच्चे लहसुन का स्वाद आपको पसंद ना आए। लेकिन लहसुन में बहुत ही पॉवरफुल ऐंटिबायॉटिक्स पाए जाते हैं। ये हमारे फेफड़ों में सूजन, संक्रमण या घाव नहीं बनने देते हैं। लंग्स की सफाई करने और उन्हें साफ रखने का काम ये बहुत ही अच्छे तरीके से करते हैं। इसलिए हर दिन एक लहसुन की एक कच्ची कली का सेवन किया जा सकता है।