गुजरातः स्कूल में करतब दिखाने पर बैन से नाराज हुए जादूगर, सरकार को सम्मान करेंगे वापस

नई दिल्ली. गुजरात के जादूगर राज्य के शिक्षण विभाग से काफी नाराज चल रहे हैं. इस नाराजगी की वजह यह है कि गुजरात में स्कूलों में जादू का खेल दिखाने वाले जादूगरों से उनका रोजगार छीन लिया गया है और स्कूलों में जादू दिखाने पर रोक लगा दी गई है. राज्य सरकार द्वारा अवॉर्ड से सम्मानित जादूगर अलपा राजगुरु ने बताया कि गुजरात में शिक्षण विभाग की ओर से स्कूलों में जादू का खेल दिखाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. उसके कारण उनके रोजगार का एकमात्र साधन छीन गया है. गुजरात के सारे जादूगर बेरोजगार हो गए हैं. इसीलिए वह शिक्षण मंत्री से मिलने के बाद अपनी बात रखेंगे. अलपा राजगुरु के पति अच्छे जादूगर हैं. भावीक कुमार राजगुरु ने दावा किया है कि सरकार हमारी बात नहीं मानेगी तो सारे जादूगर जो राज्य सरकार से सम्मानित हुए हैं वह अपना सम्मान वापस कर देंगे.
सारे जादूगरों का आरोप है कि भावनगर के एक जादूगर ने उनके खिलाफ सरकार में एक अर्जी दी थी, कि सारे जादूगर स्कूली बच्चों से ज्यादा पैसा लेकर जादू दिखाते हैं. सरकार ने किसी तहकीकात के बिना ही फौरन स्कूलों में जादू का खेल नहीं दिखाने का फैसला कर लिया. सरकार के एक तरफा इस फैसले से जादूगरों का रोजगार छिन गया है.
ऐसे में गुजरात में चुनाव के दौरान भी अपने जादू के खेल से लोगों के बीच प्रचार कर रहे मैजिशियन अब सरकार से नाराज चल रहे हैं. गुजरात के 100 से ज्यादा जादूगरों ने आज शिक्षण मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा से मुलाकात के लिए समय मांगा है. बता दें गुजरात में चुनाव के दौरान कुछ जादूगरों ने भाजपा के समर्थन में प्रचार भी किया था, लेकिन अब यही जादूगर अपनी रोजगारी को लेकर सरकार से नाराज हो गए हैं. जादूगरों ने दावा किया है कि सरकार हमारी बात नहीं मानेगी तो जरूरत पड़ने पर भूख हड़ताल पर जाएंगे.