ये 5 आदतें बढ़ाती हैं पेट में गैस और भारीपन, जानें आप किसका शिकार हैं?
पेट में गैस और भारीपन की समस्या की वजह हो सकती हैं ये आदतें…
यहां जानें कैसे इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं…
कुछ लोगों को हर समय पेट में गैस बनने की शिकायत रहती है तो कुछ लोगों को पेट में भारीपन महसूस होता रहता है। ये दोनों ही वजह किसी भी व्यक्ति को असहज करने के लिए काफी होती हैं। खासतौर पर सिटिंग जॉब में रहनेवाले लोग तो इन समस्याओं के कारण अपने काम पर फोकस भी नहीं कर पाते हैं। यहां जानें आपकी कौन-सी आदतें इन समस्याओं की वजह हो सकती हैं…
जल्दी-जल्दी भोजन करना

चुइंगम चबाना
स्मोकिंग करना

-स्मोकिंग के दौरान भी व्यक्ति के इंटरनल फंक्शन के साथ वही स्थिति होती है, जो चुइंगम चबाने के दौरान होती है। स्मोकिंग के दौरान हमारे शरीर में एक्सेस एयर चली जाती है, जो तब तक असहज करती रहती है, जब तक कि शरीर से बाहर नहीं निकल जाती।
-यह एक बड़ा कारण है कि चेन स्मोकर्स को अक्सर पेट में भारीपन या ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ता है। क्योंकि जब तक शरीर अपने अंदर भरी गैरजरूरी एयर को बाहर निकलता है, तब तक चेन स्मोकर दोबारा स्मोकिंग करके फिर से पेट को असहज स्थिति में पहुंचा देते हैं।
किसी खास फूड से सेंसेटिविटी होना
-इसलिए अगर आपको कोई खास चीज खाने से पेट में गैस या ब्लोटिंग की समस्या होती है तो आपको इस फूड के बारे में जानना चाहिए और इसे खाने से बचना चाहिए।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की समस्या

-अगर आपको पेट में गैस और भारीपन के साथ ही कभी सीने पर जलन और कभी पेट के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव होता है तो यह सीरियस गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है।
-जो लोग खाने-पीने में संयम नहीं रखते हैं और भोजन से जुड़े नियमों का पालन नहीं करते हैं, उन्हें अक्सर आंत में संक्रमण या ब्लॉकेज की समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आपको पहले मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए और फिर अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित करना चाहिए।
-इन परेशानियों से बचने के लिए सबसे पहले फास्ट फूड और डीप फ्राइड चीजों को खाना बंद करें। हर दिन कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं। समय पर सोना शुरू करें और सुबह सूर्योदय से पहले जगें। ये सिंपल-सी आदतें आपके पेट को सही रखने में मदद करेंगी।
कुछ दवाओं से एलर्जी होना
-ऐसी समस्या आपको एस्प्रिन, आयरन सप्लिमेंट्स और एंटासिड जैसी दवाएं लेने से आपको समस्या हो सकती है। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए।