अमित जोगी का नामांकन रद्द: जनता कांग्रेस पार्टी में मचा हड़कंप
0 अनुसूचित जनजाति के रूप में अपना कोई प्रमाण पत्र पेश नहीं कर सके अमित
बिलासपुर। जनता कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मरवाही विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी अमित जोगी का नामांकन जाति सत्यापित नहीं होने के कारण रद्द कर दिया गया है, इसके बाद मरवाही में सियासत गरमा गई है। अमित की पत्नी ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र पर छानबीन समिति द्वारा जांच पड़ताल की जा रही है।
मालूम हो कि मरवाही विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव 3 नवंबर को होना है इसके लिए अमित जोगी ने 16 अक्टूबर नामांकन पत्र कलेक्टर के समक्ष दाखिल किया था उन्होंने बी-प्लान करते हुए अपनी पत्नी ऋचा जोगी के नाम भी नामांकन दाखिल किया है। नामांकन पत्रों की छानबीन के दौरान शनिवार को भारी गहमा-गहमी का माहौल बना रहा है। इसी बीच छानबीन समिति ने अमित जोगी के नामांकन को रद्द कर दिया है। समिति के समक्ष अमित ने अपने जाति से संबंधित प्रमाण पत्र पेश नहीं कर पाये। कांग्रेस पार्टी की ओर से अमित जोगी के जाति मामले में कई लोगों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी इसके बावजूद अमित जोगी मरवाही में डटे रहे, यहां तक कि वे सुप्रीम कोर्ट तक जाने को तैयार हैं। उनका कहना है कि छानबीन के समक्ष बंद कमरे में उन्होंने काफी समय तक अपनी बातें रखी इसके बाद भी उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है। मरवाही विधानसभा उपचुनाव में अमित जोगी के जाति मामले में कांग्रेस-भाजपा के नेता छानबीन समिति का हवाला देकर चुप्पी साधे हुए थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे इस दौरान पत्रकारों के सवालों पर कहा कि अमित जोगी को अपना प्रमाण पत्र पेश करना चाहिए छानबीन समिति द्वारा जो फैसला दिया जाएगा वही मुख्य आधार होगा। आज छानबीन समिति ने अपना फैसला सुना दिया है।
राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. अजीत प्रमोद कुमार जोगी के चुनाव क्षेत्र मरवाही सीट उनके निधन के बाद खाली हो गई थी इस पर पुन: उपचुनाव होने को है, यहां उनके पुत्र अमित जोगी चुनाव मैदान में थे लेकिन ऐन वक्त में छानबीन समिति ने रणभूमि से बाहर कर दिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मरवाही उपचुनाव में कुल 19 प्रत्याशियों के नामांकन पर दावा आपत्ति की जांच की गई। इनमें नवमें नंबर अमित जोगी के जाति का मामला था। बहस के दौरान निर्वाचन निर्देशिका कंडिका 12 का उल्लेख करते हुए अमित जोगी ने जवाब देने के लिए वक्त माँगा जिसे जिला निर्वाचन अधिकारी ने अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद अमित जोगी के नामांकन पत्र को निरस्त कर दिया गया है।
फर्जी आदिवासियों के विरुद्ध जारी रहेगी लड़ाई- संतकुमार नेताम
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संत कुमार नेताम ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और छानबीन समिति के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि मुझे पूरा भरोसा था, मुझे औपचारिक घोषणा का इंतजार था। मामला उनके पक्ष में आया है। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजित प्रमोद कुमार जोगी के जाति की जांच मांग करते चले आ रहे थे, इसके बाद अमित जोगी व ऋचा जोगी के जाति पर भी उन्होंने सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि वे आगे भी फर्जी आदिवासियों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।