इमरान के खिलाफ विपक्ष ने खोला मोर्चा, तो पाकिस्तान को याद आई BJP
नई दिल्ली/इस्लामाबाद. भाजपा (BJP) और मोदी सरकार (Modi Government) के बेजोड़ प्रदर्शन से केवल विपक्ष ही नहीं बल्कि पाकिस्तान (Pakistan) को भी मिर्ची लग रही है. यही वजह है कि पाकिस्तान में अपने हक की आवाज बुलंद करने वालों पर भाजपा का नाम लेकर कटाक्ष किया जा रहा है. पाक प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ विपक्षी दलों के महागठबंधन की तीसरी रैली के दौरान भी कुछ ऐसा ही हुआ.
आजाद बलूचिस्तान की वकालत
विपक्षी दलों के पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की ओर से आयोजित रैली में आजाद बलूचिस्तान (Balochistan) की मांग की गई. जमियत उलेमा-ए-पाकिस्तान के नेता औवैस नूरानी ने पाक सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बलूचिस्तान की जनता को लुटेरे और डाकू लूट रहे हैं, हम उसे इससे निजात दिलाएंगे. हम आजाद बलूचिस्तान की वकालत करते हैं.
भारत पर निशाना
नूरानी का यह बयान बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमला खान अलयानी (Jam Kamal Khan Alyani) को नागवार गुजरा. उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि क्या यह पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट की रैली है या भाजपा की? उन्होंने आगे कहा कि PDM नेता दुश्मन के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं, जो बलूचिस्तान को अस्थिर करना चाहता है.
गायब होते लोगों का मुद्दा
बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा बड़े पैमाने पर लोगों का शोषण किया जा रहा है. यहां से लगातार लोग गायब हो रहे हैं. आरोप है कि गायब हुए लोगों को पाकिस्तानी सेना द्वारा सरकार विरोधी कार्रवाई के नाम पर गैरकानूनी तरीके से कैद किया गया है. रैली में मरियम नवाज शरीफ ने एक बार फिर से यह मुद्दा उठाया. उन्होंने पाकिस्तानी सेना और आईएसआई पर निशाना साधते हुए कहा कि बलूचिस्तान से लोग गायब हो रहे हैं और इमरान सरकार खामोश बैठी हुई है.
अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा चीन
बलूचिस्तान में पाकिस्तान के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद हो रही है. कुछ वक्त पहले पाकिस्तानी सैन्य प्रमुख की मौजूदगी में लोगों ने प्रदर्शन किया था. दरअसल, यह इलाका प्राकृतिक संसाधनों से भरा हुआ है, इसलिए चीन भी यहां अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है. आरोप है कि स्थानीय लोगों की जमीनी चीन को दी जा रही है और यदि कोई इसका विरोध करता है तो उसे आईएसआई या सेना जबरन उठा कर ले जाती है.
नाराज होने की कई वजह
स्थानीय लोगों का पाकिस्तान सरकार की क्रूर नीतियों का विरोध करना और अपने हक की आवाज बुलंद करना इमरान खान और उनके समर्थकों को पसंद नहीं आ रहा है. इसलिए ऐसा करने वालों पर भाजपा का नाम लेकर कटाक्ष किया जा रहा है. वैसे भी पाकिस्तान के पास भाजपा और मोदी सरकार से नाराज होने की अनगिनत वजह हैं, जिसमें सबसे प्रमुख है कश्मीर से धारा 370 को हटाना.