इस शासकीय स्कूल में शनिवार को नहीं होती पढ़ाई, पढ़े क्या है दिलचस्प मामला

सकर्रा. शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य प्रदीप कुमार श्रीवास्तव के खिलाफ ग्रामीणों का आरोप है की वह प्रतिदिन बिलासपुर से आना जाना कर रहे है.जिसकी वजह से हर शनिवार को नदारद रहते है. लंबे समय से शनिवार को स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं.वह बिलासपुर से प्रतिदिन आना जाना कर रहे है जिसकी वजह से हर शनिवार को नदारद रहते हैं.ऐसा मामला 7 सितम्बर दिन शनिवार को सामने आया जिस दिन प्राचार्य नदारद थे.जिसकी लम्बे समय से मनमानी चल रही है. आये दिन बोर्ड के काम से कभी जांजगीर तो कभी बिलासपुर जाने की बात कहते है.इसके साथ-साथ अन्य दिन का भी यही हाल है. इसे देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता की हफ्ते के हर शनिवार को बोर्ड का काम होना कैसे संभव है जिसको समझा जा सकता है.जिसको कारण बताते हुए नदारद रहते हैं.जिसे देख स्कूल के अन्य शिक्षक शिक्षिकाओ भी अपने कर्तव्यों पर लापरवाही बरत रहे है.बिना आवेदन प्रस्तूत किये बिना व्हाटसप ग्रुप बना उपस्थित पंजी मे सीएल लगवाने का माध्यम .स्कूल मे एक व्हाटसप स्टाफ ग्रुप संचालित है जिसके माध्यम से स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाओ द्वारा स्कूल नही आने की बात लिखते हुए बिना आवेदन के सीएल लगवाने की बात लिखी जाती हैं.जिस के माध्यम से उपस्थिति पंजी में सीएल लग जाती है. कर्तव्यों का पालन नही होने से शिक्षा ब्यवस्था बिगडती जा रही हैं.यह प्रक्रिया लम्बे समय से चल रही है. मनमानी से शिक्षा ब्यवस्था पर गंभीर प्रभाव पड़ने लगी है.व्हाट्सएप के माध्यम से स्कूल नहीं आने की जानकारी दे रहे हैं कभी तबीयत खराब होने की बात कहते हैं.तथा स्कूल के प्राचार्य प्रदीप कुमार श्रीवास्तव कभी स्कूल के काम से जांजगीर अथवा बिलासपुर में होने की बात करते हैं इस प्रकार से स्कूल के पढ़ने वाले बच्चों की भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं इनके कारण ही कई बार देखने में आए हैं कि शिक्षक बेलगाम हो जाते हैं और मनमानी आना-जाना करते हैं यह जब से पदस्थ हुए हैं मुख्यालय में रहने की बजाय गृह ग्राम बिलासपुर से ही आना जाना कर रहे हैं कई जिला शिक्षा अधिकारी बदल गए पर नहीं हुआ इनके ऊपर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही ग्रामीण तो यहां तक बात कहते हैं ये उची पहुँच का धौस स्कूली स्टाप को दिखाते रहते है यही कारण है कि ये मनमानी पूर्वक स्कूल आना जाना कर रहे हैं.वही आज शनिवार को प्राचार्य स्कूल नही आये हैं. जिसकी जानकारी किसी को नही है.ना ही नही आने की कारण कारण किसी को प्रस्तुत किया गया है.इसके आलावा दिन शनिवार को स्कूल के वाटसप स्टाफ ग्रुप के माध्यम से अन्य शिक्षक राम बली सिदार किसी अज्ञात कारणों से स्कूल नही पहुँचने की बात लिखा और सीएल लगाने के लिए बोला.व् उषा चन्द्रा शिक्षिका भी स्कूल के स्टाफ व्हाट्सअप ग्रुप के माध्यम से जानकारी देकर तब्यत ख़राब हो जाने की बात लिखी व् एक ओर एक स्कूल के एक शिक्षक राजेंद्र सिंह दुर्घटना के कारण अवकाश पर है.व् एक दूसरी शिक्षिका तब्यत ख़राब हो जाने के कारण पांच दिन की अर्जित अवकाश मेडिकल पर हैं जिन दो लोगों का वाजिब हैं लेकिन बाकी अन्य अपने कर्तव्यो के निर्वहन मे घोर लापरवाही बरत रहे हैं.जिन लोगों की वजह से शिक्षा स्तर पर बुरा प्रभाव पड़ रहा हैं.इससे स्कूल की शिक्षा स्तर की गुणवत्ता निम्न होने की सभावना बनी ही.
प्राचार्य हर शनिवार को स्कूल नही आ रहे है और बोर्ड की काम से कभी जांजगीर व् बिलासपुर जाना का कारण बता रहे है तो ऐसा संभव नही है. इस सम्बन्ध मे जानकारी लेकर उचित कारवाई की जायेगी
-श्रीमती मीता मुखर्जी जिला शिक्षा अधिकारी सक्ती
आज 7 सितम्बर शनिवार को प्राचार्य स्कूल नही आये हैं जिसकी मुझे कोई जानकारी नही हैं न ही मेरे पास इसके नही आने के सम्बन्ध कोई मैसेज आया है जिसका मैं उपस्थिति पंजी में सीएल लगा दिया हूँ.वही बाकि अन्य दो शिक्षक व् शिक्षिका की भी व्हाट्ससप ग्रुप के जरिये स्कूल नही आने की बात लिखी गई थी जिन लोगों का भी उपस्थिति पंजी में सीएल लगा दिया हूं
-संतोष कुमार गवेल ब्याख्यता शा.उ.मा.शा सकर्रा