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ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को मिल रहा है सुविधाजनक इलाज : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों की छोटी-मोटी बीमारियांे की त्वरित चिकित्सा एवं दवा उपलब्ध हो रही है। विगत महिनों में 3 हजार से अधिक मरीजांे को योजना से लाभान्वित किया गया है। छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता वाले योजनाओं में शामिल मुख्यमंत्री हाॅट बाजार योजना अंतर्गत जिले के विभिन्न विकासखंडों में लगने वाले मुख्य हाॅट बाजारों में स्वास्थ्य षिविर आयोजित किये जा रहे हैं, जहां चिकित्सक अपने स्टाॅफ के साथ उपस्थित रहते हैं और मरीजांे का इलाज करते हैं। जिले में 27 हाॅट बाजारांे का चिन्हांकन कर इन बाजारों में क्लीनिक का संचालन साप्ताहिक हाॅट बाजार के दिन किया जा रहा है। प्रत्येक हाॅट बाजार में चार सदस्यीय चिकित्सा दल के माध्यम से मरीजों का जांच एवं उपचार किया जाता है। दल में एक ग्रामीण चिकित्सा सहायक, दो स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा एक लैब टेक्नीषियन उपस्थित रहते हैं। हाॅट बाजार में सामान्य बीमारी से बचाव एवं रोकथाम हेतु सभी प्रकार की दवाईयां विटामिन सी टेबलेट, जिंक टेबलेट, कफ सीरप, ओआरएस, बीपी, शुगर की दवाई, एचबी जांच की सुविधा, एमाॅक्सीसायक्लीन, सेट्रीजीन, मेट्रोनिडाजोल, नारफ्लाॅक्स टीजेड, ओटू, मल्टी विटामिन सीरप, गर्भ निरोधक गोलियां, वाकर स्टीक उपलब्ध होते हैं। जिन्हंे आवष्यकता अनुसार मरीजों को उपलब्ध कराया जाता है। हाॅट बाजार क्लीनिक योजना जिले के मस्तूरी, कोटा, बिल्हा और तखतपुर विकासखंडों के 27 ग्रामों में संचालित है। विगत चार माह में इन ग्रामों में 126 क्लीनिक संचालित किये गये। जिसके द्वारा 1 लाख 26 हजार 590 की जनसंख्या को कवर किया गया। षिविरों में क्लीनिक के माध्यम से 3 हजार से अधिक मरीजों की जांच और चिकित्सा की गई तथा ढाई हजार से अधिक मरीजांे को दवाईयां वितरित की गई। एक हजार 167 लोगों की मलेरिया की जांच की गयी, जिनमें पाॅजिटिव पाये गये 35 मरीजों का उपचार किया गया। इसी तरह 12 मरीजों का टीबी जांच एवं उपचार, 294 मरीजों की रक्त अल्पता जांच एवं उपचार, 5 मरीजों में कुष्ठ रोग जांच एवं उपचार, 17 मरीजों का बीपी जांच तथा 865 मरीजों में मधुमेह की जांच की गयी, जिनमें मधुमेह संभावित 8 मरीजों को उच्च संस्था रिफर किया गया। नेत्र विकार से संबंधित 38 मरीज और 25 गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ 1430 मरीजों का सामान्य जांच एवं उपचार किया गया।
राज्य शौर्य पुरस्कार हेतु नामांकन 14 दिसंबर तक : पूर्व वर्षाें की भांति साहस एवं पराक्रम का प्रदर्शन करने वाले बालक बालिकाओं को राज्य शौर्य पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। जिसके लिए नामांकन 14 दिसंबर 2020 तक आमंत्रित किये गये है। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग बिलासपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार शौर्य पुरस्कार हेतु बालक, बालिका द्वारा अपनी जान की परवाह किये बिना दूसरे की जान बचाने हेतु वीरता का कार्य, घटना दिनांक को बालक-बालिका की आयु 18 वर्ष से अधिक न हो तथा शौर्य कार्य की अवधि 1 जनवरी 2020 से 31 दिसंबर 2020 के मध्य हो। आवेदन पत्र सक्षम प्राधिकारी तथा जिला कलेक्टर द्वारा अनुशंसित होना आवश्यक है।
आवेदन के साथ आवश्यक प्रमाण पत्र जैसे जिला कलेक्टर का अनुशंसा पत्र, एफआईआर की प्रति अथवा पुलिस डायरी, समाचार पत्रों की कतरनें जो इस घटना के संबंध में प्रकाशित हुआ हो, बालक, बालिका के दो पासपोर्ट साईज के वर्तमान रंगीन फोटोग्राफ्स, सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित एवं 4 अतिरिक्त पासपोर्ट साईज के फोटो, घटना का सक्षम अधिकारी द्वारा सत्यापित विस्तृत विवरण प्रतिवेदन के साथ आवेदन 2 प्रतियों में निर्धारित पत्र में पूर्ण रूप से भरकर प्रस्तुत किया जा सकता है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर 2020 तक निर्धारित है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए पुराना कंपोजिट बिल्डिंग के पीछे स्थित कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
स्टाॅफ नर्स के रिक्त पदों पर नियमित नियुक्ति हेतु मेरित सूची जारी : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग बिलासपुर द्वारा संभाग में स्टाॅफ नर्स के रिक्त पदों पर नियमित नियुक्ति हेतु दावा आपत्ति निराकरण पश्चात संशोधित अनंतिम मेरिट सूची का प्रकाशन जिले के वेबसाईट www.bilaspur.gov.in एवं विभागीय वेबसाईट www.cghealth.nic.in पर किया गया है। संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवायें बिलासपुर डाॅ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने बताया कि स्टाॅफ नर्स के 191 पदों की पूर्ति के लिए 256 अभ्यर्थियों द्वारा आनलाईन दावा आपत्ति प्रेषित की गई थी। जिसका परीक्षण चयन समिति द्वारा किया गया और दावा आपत्ति निराकरण के पश्चात अनंतरिम मेरिट सूची प्रकाशित की गयी है। अभ्यर्थियों के दस्तावेज परीक्षण के पश्चात मेरिट सूची में परिवर्तन संभावित है।