महामारी के दौरान भारत में रिकॉर्ड निवेश आया, दुनिया के लिए भारत भरोसेमंद साझेदार : PM मोदी


नई दिल्‍ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय में भी भारत में रिकॉर्ड निवेश हुआ और दुनिया भारत को एक भरोसेमंद और उभरते हुए भागीदार के रूप में देखती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आईआईटी 2020 ग्लोबल समिट’ को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 के बाद के दौर में दुनिया के लिए करीब करीब हर क्षेत्र में फिर से सीखने, फिर से सोचने और फिर से नया करने का मौका होगा.

उन्होंने कहा कि भारत में कई क्षेत्रों में अत्याधुनिक और नवोन्मेषी कार्य हो रहे हैं और ‘‘हमारी ऐसी सरकार है जो सुधार करने, कार्य करने और बदलाव करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई भी क्षेत्र सुधारों से वंचित नहीं रहा है. कृषि, परमाणु ऊर्जा, रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, बुनियादी ढांचा, वित्त, बैंकिंग, कराधान और यह सूची जारी है. 44 केंद्रीय कानूनों को सिर्फ चार संहिताओं में समाहित करते हुए हम श्रम क्षेत्र में व्यापक सुधार लाए हैं. हमारी कॉरपोरेट कर दर दुनिया में सबसे कम दरों में से एक है.’’

हाल ही में मंत्रिमंडल द्वारा 10 अहम क्षेत्रों में ऐतिहासिक उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दिये जाने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि यह निर्णय निर्यात एवं विनिर्माण बढ़ाने के लिए लिया गया है. उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र बैटरी, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स, दवा, ऑटोमोबाइल, दूरसंचार, सौर ऊर्जा और अन्य हैं तथा हर क्षेत्र का संबंध प्रौद्योगिकी से है. उनके अनुसार इन मौकों का इंतजार किया जा रहा था.

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के इस चुनौतीपूर्ण समय में भारत में रिकॉर्ड निवेश हुआ और इस निवेश का ज्यादातर हिस्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आया है. उन्होंने कहा, ‘‘स्पष्ट तौर पर दुनिया हमें भरोसेमंद और उभरते हुए भागीदार के तौर पर देख रही है.’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत बदलावों का गवाह बन रहा है. उन्होंने कहा, ‘‘जिन चीजों के बारे में हमने कभी सोचा भी नहीं था, वे काम अब तेजी से पूरे हो रहे हैं.’’ मोदी ने कहा, ‘‘ मैं आपको एक ऐसे क्षेत्र से उदाहरण देता हूं जिसे आप जानते हैं. पहले जब आईआईटी से एयरो-स्पेस इंजीनियर निकलते थे तब उन्हें भर्ती करने के लिए मजबूत घरेलू औद्योगिक तंत्र नहीं था. लेकिन आज अंतरिक्ष के क्षेत्र में हमारे ऐतिहासिक सुधार से यह मोर्चा भी भारतीय प्रतिभा के लिए खुल गया है.’’

उन्होंने कहा कि यही वजह है कि भारत में रोज नये स्पेस टेक स्टार्टअप शुरू हो रहे हैं. मोदी ने कहा कि पैनआईआईटी आंदोलन की सामूहिक ताकत आत्मनिर्भर भारत बनने के सपने को गति दे सकता है.

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