
सर्दियों में जब मासिक धर्म लंबा और ज्यादा दर्द भरा हो जाता है तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर हम इसको दूर कर सकते हैं और पीरियड पेन होने से भी बचा सकते हैं।
सर्दियों में स्त्रियों की मासिक धर्म की कठिनाई तब बढ़ जाती है जब वह कई दिनों तक चलता है और इसके दौरान उन्हें बहुत दर्द होता है। यह दर्द कभी-कभी सर्दियों में ज्यादा बढ़ जाता है। संसार भर में कई स्त्रियों ने सर्दियों में पीरियड के दौरान पेट दर्द रहने का अनुभव किया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह बायोलॉजिकल भी हो सकता है और कई अन्य कारक जैसे डाइट और शरीर में पानी की मात्रा भी दर्द की तीव्रता को प्रभावित करती है। आइए जानते हैं, इस पेट दर्द के कारण और कुछ घरेलू उपाय जो सर्दियों में इस दर्द को आराम पहुंचा सकते हैं।
‘सर्दियों में मैं जब भी तेज पीरियड पेन की शिकायत मां से करती, तो वे हमेशा कहती थीं कि यह एक नेचुरल है और तुमको तो इसको झेलना ही पड़ेगा। लेकिन समय के साथ मैंने देखा कि पीरियड क्रैंप्स और पीरियड पेन मौसम के ज्यादा ठंडा होने के साथ ही बढ़ जाता था।’ इसी तरह कई स्त्रियां और युवतियां भी सर्दी बढ़ते ही इसके बारे में शिकायत करने लगती हैं। इस बात को कोई नहीं नकार सकता कि हर महीने होने वाली यह प्रक्रिया औरतों को सबसे ज्यादा तंग करती है। कभी मूड स्विंग्स, तो कभी पीरियड का दर्द, तो कभी तरह-तरह का खाना खाने का मन चलता है जो कि आपकी डाइट के साथ खिलवाड़ कर देता है । ऐसे में पीरियड कोई खुशनुमा अनुभव नहीं होता है।
देश के उत्तरी राज्यों खासकर हमारी राजधानी दिल्ली में जैसे-जैसे तापमान गिर रहा है, स्त्रियां इस मौसम के दौरान तेज पीरियड पेन का अनुभव कर सकती हैं। पहले तो यह समझते हैं कि ठंड आपके मासिक धर्म और पीरियड पेन को किस तरह से प्रभावित करती है?
गर्माहट

पेट के निचले हिस्से टांगों और पीठ शरीर के ऐसे भाग हैं, जिनमें आम तौर पर पीरियड पेन होता है। इनको गरमाई पहुंचाने से आप सर्दियों में होने वाले पीरियड पेन को आराम पहुंचा सकते हैं।
खायें स्वास्थ्य वर्धक चीजें

छुट्टियों के दिनों में खासकर सर्दियों में बार-बार खाना और बिन्ज करना बहुत आम हो जाता है। यह केवल आप के दर्द को को बढ़ाएगा तो इस तरह से बचने के लिए पोषक और स्वास्थ्यवर्धक डाइट का सेवन करें।
बढ़ाएं पानी का सेवन
आपको देखना चाहिए कि आप कम से कम 2 से 3 लीटर पानी रोज पिएं और अपने शरीर में पानी की मात्रा अच्छी बनाए रखें। इससे आपका रक्त प्रवाह सुधरता है और पीरियड पेन में आराम मिलता है।
दालचीनी
दालचीनी को दुनिया भर के देशों में सर्दी और गर्मी दोनों ही मौसमों में आम तौर पर प्रयोग किया जाता है। दालचीनी सर्दी के मौसम में शरीर को गरमाई देने के लिए बहुत ही प्रयोग की जाती है। अपनी एंटीस्पेज्मोडिक गुणों के कारण यह पीरियड क्रैंप्स में बहुत मदद करती है। इसका डिसमेनोरिया के लक्षण जैसे पीरियड पेन, ब्लीडिंग, जी मिचलाना और उल्टी जैसे लक्षणों पर काफी अच्छा प्रभाव देखा गया है।
योगाभ्यास करें और चलते फिरते रहे
घर में चलते फिरते रहने से और योगाभ्यास करने से आप पीरियड पेन को अपने से दूर रख सकते हैं। कुछ ऐसे योगासन है जो नियमित तौर पर करने पर पीरियड पेन को घटाने में मदद करते हैं।