कहीं जिंदगी भर की तकलीफ न बन जाए आपका सिरदर्द, जानें कब दिखाएं डॉक्टर को और क्या हैं इसके घरेलू उपाय
ज्यादातर लोग सिरदर्द को आम बीमारी समझकर बिना डॉक्टर की सलाह के सिरदर्द की दवा ले लेते हैं, लेकिन यह आपकी हेल्थ के लिए काफी गंभीर हो सकता है। यहां जानें सिरदर्द क्यों होता है, कितने प्रकार और इसे दूर करने के उपाय क्या हैं।
सिर दर्द से फटा जा रहा है, ऐसा आप हमेशा अपने दोस्तों, परिवारजनों और रिश्तेदारों से सुनते हैं। एक छोटा सा सिरदर्द कहीं आपकी जिंदगी भर की तकलीफ न बन जाएं। इसीलिए सिरदर्द को लेकर पहले से सतर्क हो जाएं, और डॉक्टर की सलाह के बाद ही सिरदर्द की दवा लें।
सिरदर्द यह सिर के किसी भी हिस्से में होना वाला दर्द है, यह दर्द किसी व्यक्ति को हल्का होता है, तो किसी व्यक्ति को यह दर्द असहनीय हो जाता है। अगर आप रोजाना सिरदर्द की तकलीफ से परेशान हैं, तो आपको डॉक्टर के पास जरुर जाना चाहिए।
सिरदर्द होने के बहुत से कारण हैं, आज की भागदौड़ और स्ट्रेस फुल लाइफ में ज्यादातर युवा सिरदर्द के शिकार हो रहे हैं। यह दर्द वर्कस्ट्रेस, असंतुलित आहार, नींद पूरी नहीं होना, थकावट और ज्यादा समय तक मोबाइल पर फोन से बात करने से भी हो सकता है। सिरदर्द होने की बहुत सी वजह हो सकती है, अगर हम जरूरत से ज्यादा किसी चीज के बारे में सोचते हैं, तो इससे हमारे ब्रेन में प्रेशर बढ़ता है और हम सिरदर्द का शिकार होते हैं। सिरदर्द का मुख्य कारण तनाव भी होता है, इसीलिए हमें तनावमुक्त जीवन जीना चाहिए।
सिरदर्द को गंभीरता से कब लें-

- जब आपके सिर में अचानक से तेज दर्द होता है, ऐसा दर्द जिसे आप सहन नहीं करते और आपकी आंखों के सामने अंधेरा छा जाएं, ऐसे समय में सिर दर्द की बीमारी को गंभीरता से लेना चाहिए।
- यदि आप को साल में एक या दो बार मौसम के अनुसार सिरदर्द होता है, तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। मौसम के अनुसार भी कभी सिरदर्द का सामना करना पड़ता है, जो डॉक्टर की सलाह से दवा लेने पर ठीक भी हो जाता है। कुछ सिरदर्द ऐसे भी होते हैं, जो जल्दी ठीक नहीं होते और समय के साथ विराट रुप ले लेते हैं। ऐसे सिरदर्द को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
- जब किसी एक्सीडेंट या गिरने से सिर में चोट लग जाती है, तो सिर में दर्द होने लगता है, इस तरह का सिरदर्द नॉर्मल नहीं होता है। अंदरुनी चोट लगने की वजह से सिरदर्द हो रहा हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं, हेड इंज्युरी का दर्द हमारे लिए घातक हो सकता है।
- सिरदर्द का मुख्य कारण समय पर खाना नहीं खाने से भी होता है, ज्यादा वक्त के लिए भूख को कंट्रोल करने की वजह से भी सिरदर्द का शिकार हो सकते हैं। संतुलित और समय पर आहार लेने से सिरदर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।
यदि आपको लगता है कि सिरदर्द चिंताजनक है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
सिरदर्द का रामबाण इलाज

- तेल मालिश से भी सिरदर्द को छूमंतर किया जा सकता है। तेल से कुछ देर तक सिर की अच्छे से मालिश करें, सिर की मालिश करने से आप खुद को हल्का महसूस करेंगे। यह एक बहुत अच्छा घरेलू इलाज भी है। तेल मालिश की वजह से हमारे दिमाग की मांसपेशियों को राहत मिलती है, जिससे आपक काफी रिलेक्स महसूस करते हैं। इसीलिए जब कभी सिरदर्द हो तो अपने किसी से सिर की मालिश जरुर करवा लें। सिर के मालिश के लिए नारियल, जैतून और बादाम का तेल का इस्तेमाल करें।
- गर्मियों में भी सिरदर्द की तकलीफ होती है, ज्यादा धूप या गर्मी की वजह से कभी कभी हमारे सिर में दर्द होने लगता है। ऐसे में चंदन की लड़की को घिसकर उसका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने माथे में लगा लें, चंदन आपके सिर को ठंडक पहुंचाता और सिरदर्द से छुटकारा दिलाता है।
- बेहतर नींद सिरदर्द के लिए सबसे अच्छा इलाज है। बहुत बार काम की थकावट की वजह से सिर में दर्द होने लगता है, ऐसे में एक अच्छी नींद लें, हमारे दिमाग में कुछ विचार चल रहे हो या हम किसी बारे में ज्यादा विचार कर रहे हैं, ऐसे में अच्छी नींद नहीं मिलती। अच्छी नींद तभी मिल सकती है, जब अपने दिमाग को एकदम रिलेक्स रखे, उसके बाद ही अच्छी नींद आएगी। अच्छी नींद लेने से हमारे दिमाग को शांति मिलती है और सिरदर्द अपने आप दूर हो जाता है।

ज्यादा मसालेदार भोजन, शराब का ज्यादा सेवन, धूम्रपान, चॉकलेट जैसे कुछ मीठे पदार्थ का ज्यादा सेवन से माइग्रेन के दौरे का शिकार हो सकते हैं। पर्याप्त नींद नहीं लेना, भूखे पेट रहना और कम पानी पीना, ऐसे छोटे-छोटे कारणों की वजहों से आप माइग्रेशन के शिकार हो सकते हैं। आजकल की भागदौड़ और तनावपूर्ण भरी जिंदगी में रोज व्यायाम और योग करें। जिससे दिमाग का तनाव दूर होता है। यदि आपको माइग्रेन की शिकायत है तो जंक फूड और डिब्बाबंद पदार्थों का सेवन कतई नहीं करें।
क्लस्टर सिरदर्द

क्लस्टर सिरदर्द को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, यह गंभीर समस्या बन सकती है। इसका समय रहते इलाज जरुरी है। अधिक एल्कोहल का सेवन करने, अचानक शरीर का तापमान बढ़ने और गर्म वातावरण में एक्सरसाइज करने के कारण कलस्टर सिरदर्द हो सकता है। थेरिपी और दवाओं से व्यक्ति में क्लस्टर हेडेक के असर को कम किया जाता है।
साइनस सिरदर्द

तनाव, निराशा की वजह से चेहरे पर सूजन आ जाती है। इसके मरीज की नाक और गले में कफ जमता रहता है। इस रोग से ग्रसित व्यक्ति धूल और धुआं बर्दाश्त नहीं कर सकता। साइनस ही आगे चलकर अस्थमा, दमा जैसी गम्भीर बीमारियों में भी बदल सकता है।
सिरदर्द से राहत दिलाए योग:


- तुलसी की पत्तियां हमारे लिए हर तरह से लाभकारी होती है, तुलसी की पत्तियों को पानी में पकाकर पीने से सिरदर्द की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
- हमारे शरीर में पानी की कमी की वजह से भी सिरदर्द होता है, इसलिए थोड़ी थोड़ी देर में पानी पिए, जिससे आपको सिरदर्द से राहत मिलेगी।
- लौंग भी सिरदर्द से निजात दिलाने में कारगर साबित हुआ है, लौंग को तवे में गर्म कर लें और एक रूमाल में बांधकर पोटली बना लें। लौंग की पोटली को कुछ-कुछ देर में सूंघते रहें, इससे सिरदर्द छूमंतर हो जाएगा।
- काली मिर्च और पुदीने की चाय का सेवन करने काफी फायदेमंद होता है, काली चाय में काली मिर्च और पुदीने की कुछ पत्तियां मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं। एक्यूप्रेशर के जरिए सिरदर्द से पाएं छुटकारा:

एक्यूप्रेशर से आपके स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है। अंगूठे और तर्जनी के बीचवाली उंगली के बीच के पाइंट को दबाने से आपके सिर का दर्द कुछ देर में गायब हो जाएगा। दोनों आखों के बीच के पाइंट को हल्के से दबाने से सिरदर्द से राहत मिलती है। गर्दन के नीचे हिस्से में एक्यूप्रेशर करने से सिरदर्द से राहत मिलती है। कंधे के ऊपरी हिस्से या कंधे के किनारों पर ये एक्यूप्रेशर पॉइंट पर दबाव डालने से आपको बहुत आराम महसूस होगा ।