फिक्सिंग की बात क्यों छुपाई? Umar Akmal ने अब खोले राज


नई दिल्ली. पाकिस्तान के स्टार क्रिकेटर उमर अकमल (Umar Akmal) के लिए लंबे समय के बाद एक अच्छी खबर सामने आई है. उमर 18 महीने का प्रतिबंध झेल रहे हैं, लेकिन कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) ने उनका निलंबन घटाकर अब 12 महीने कर दिया है. उमर को पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश की रिपोर्ट नहीं करने पर क्रिकेट से बैन कर दिया गया था. उमर ने अब इस बात का खुलासा किया है कि उन्होंने मैच फिक्सिंग के बारे में पाकिस्तान क्रिकट बोर्ड (PCB) को जानकारी क्यों नहीं दी थी.

सूचना लीक होने का था डर
उमर अकमल (Umar Akmal) ने बताया कि उन्होंने स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश के बारे में पीसीबी (PCB) को इसलिए नहीं बताया क्योंकि उन्हें डर था कि ये सूचना लीक हो जाती. उमर ने लाहौर में प्रेस को बताया, ‘मैंने पीसीबी को इस मामले की जानकारी नहीं देने का फैसला किया था, क्योंकि मैं चिंतित था कि यह सूचना लीक हो जाएगी और गोपनीय नहीं रखी जाएगी.

पिछले साल लगा था बैन

पीएसएल (PSL) में स्पॉट फिक्सिंग की पेशकश की रिपोर्ट नहीं करने पर उमर (Umar Akmal) को पिछले साल 20 जनवरी को बैन कर दिया गया था. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने उमर पर तीन साल का प्रतिबंध लगाया था. पिछले साल ही जुलाई में उमर अकमल (Umar Akmal) के बैन को तीन साल से घटाकर 18 महीने का कर दिया गया था. लेकिन अब उनके बैन को और घटाकर 12 महीने का कर दिया गया है.

भरना होगा 42 लाख 50 हजार का जुर्माना
12 महीने का बैन पूरा करने के बाद उमर एक बार फिर क्रिकेट में लौटने के योग्य हो जाएंगे. हालांकि इसके लिए अकमल (Umar Akmal) को 42 लाख 50 हजार का फाइन भी भरना होगा. उमर (Umar Akmal) ने इससे पहले जुलाई 2020 को कहा था कि वो अपने बैन को कम करने के लिए एक बार फिर कोर्ट में अपील करेंगे. उनका मानना था कि पहले भी कई खिलाड़ी ऐसी गलती कर चुके हैं, लेकिन उनकी सजा को कम कर दिया जाता था.

फिक्सिंग के लिए बदनाम है पाकिस्तान
पाकिस्तान की टीम के खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग के लिए पूरी दुनिया में बदनाम हैं. पाकिस्तान के खिलाड़ियों को अक्सर मैच फिक्सिंग के मामलों में दोषी पाया जाता है. 2011 के लॉर्ड्स टेस्ट (Lords Test) में पाकिस्तान के तीन खिलाड़ी मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और सलमान बट के ऊपर मैच फिक्सिंग के जुर्म में आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था.

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