First QUAD Summit पर आया Joe Biden का बयान, कहा, ‘बैठक बहुत अच्छी रही, कई मुद्दों पर हुई बात’
वॉशिंगटन. क्वाड (QUAD) देशों के प्रमुखों की पहली बैठक पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) का बयान आया है. बाइडेन ने कहा कि बैठक बहुत अच्छी रही और सभी देश सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं. अब तक क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक होती रही है, लेकिन 12 मार्च को पहली बार इन देशों के प्रमुख मिले. इस वर्चुअल बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden), ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (Scott Morrison) और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा (Yoshihide Suga) शामिल थे.
‘सभी सकारात्मक माहौल में मिले’
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने रविवार को QUAD शिखर सम्मेलन के बारे में बोलते हुए कहा कि भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ बैठक बहुत अच्छी रही. उन्होंने कहा, ‘हम एक सकारात्मक माहौल में मिले और विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया’. बता दें कि इस बैठक में दक्षिण और पूर्वी चीन सागर में नौवहन की आजादी, उत्तरी कोरिया से जुड़े परमाणु मुद्दे, म्यांमार में तख्तापलट और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई सहित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई.
China की चुनौतियों को स्वीकारा
अपने गृह राज्य डेलावेयर से वापस व्हाइट हाउस (White House) लौटे जो बाइडेन से पत्रकारों ने QUAD शिखर सम्मेलन के बारे में सवाल पूछा था. जिसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं बस यही कहना चाहूंगा कि बैठक बेहद अच्छी रही और हर कोई एक नई ऊर्जा के साथ उसमें शामिल हुआ. हमने कई मुद्दों पर बात की और सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई’. वैसे, इस बैठक में चीन को लेकर ज्यादा बातचीत नहीं हुई, लेकिन बीजिंग की बढ़ती चुनौतियों को सभी ने स्वीकार किया.
इस साल फिर मिलेंगे Leaders
क्वाड देशों के प्रमुख इसी साल एक बार फिर मिलने पर सहमत हुए हैं और इस बार यह बैठक ऑफलाइन होगी यानी आमने-सामने. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन (Jake Sullivan) ने बताया कि वर्चुअल सम्मेलन में नेताओं में सहमति बनी कि इस साल के अंत से पहले वे प्रत्यक्ष तौर पर बैठक करेंगे. सुलिवन ने कहा कि क्वाड इंडो-पैसिफिक के लिए बेहद अहम है और इस सम्मेलन से क्षेत्र में कूटनीति का व्यापक विस्तार हुआ है. बैठक में चीन पर हुई चर्चा के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘वैसे तो चीन पर ज्यादा बात नहीं हुई, लेकिन चारों नेताओं ने चीन द्वारा पेश चुनौतियों पर चर्चा की और स्पष्ट कर दिया कि चीन को लेकर उन्हें कोई भ्रम नहीं है’.