Covid Pandemic : महामारी में ‘राजनीति’ का डोज? PM Narendra Modi को विपक्ष की खुली चिट्ठी, केंद्र को दिए 9 सुझाव
नई दिल्ली. देश में कोरोना संकट (Corona Pandemic) लगातार बढ़ रहा है और वायरस (Covid-19) से निपटने के लिए सरकारें हरसंभव कोशिश कर रही हैं. वहीं इस बीच 12 विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) को चिट्ठी लिखते हुए कोरोना से निपटने के लिए 9 सुझाव दिए हैं.
देश में कोरोना के विकराल संकट और चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं के बीच 12 दलों के नेताओं ने पीएम मोदी को संयुक्त चिट्ठी लिखी है. प्रधानमंत्री के नाम ओपन लेटर (Open Letter to PM Narendra Modi) में विपक्ष ने 9 सुझाव दिए हैं. विपक्ष के 9 सुझावों में फ्री टीकाकरण (Free Covid Vaccination) से लेकर सेंट्रल विस्टा प्रोग्राम (central vista project) को बंद करने की मांग की है.
अब आपको बताते हैं कि 12 दलों के नेताओं ने पीएम को क्या-क्या 9 सुझाव दिए हैं:
1- जहां से भी संभव हो सके वैक्सीन खरीदी जाएं
2- पूरे देश में मुफ्त वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाया जाए
3- घरेलू स्तर पर वैक्सीन उत्पादन बढ़ाया जाए
4- वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के लिए लाइसेंस हटाया जाए
5- पीएम केयर्स फंड से और फंड जारी किया जाए
6- टीके के लिए 35 हजार करोड़ का बजट आवंटन हो
7- सेंट्रल विस्टा प्रोग्राम पर रोक लगाई जाए
8- बेरोजगारों को 6 हजार रुपये प्रति महीने दिए जाएं
9- कृषि कानून को वापस लिया जाएं
सभी विपक्षी पार्टियों के हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे खुले पत्र में सभी विपक्षी पार्टियों के हस्ताक्षर किए हैं. इसके साथ ही देश में वैक्सीन की किल्लत को लेकर भी कदम उठाने के लिए कहा गया है. वहीं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh yadav) ने केंद्र से वैक्सीनेशन को लेकर ठोस योजना बताने पर जोर दिया है. अखिलेश यादव ने लिखा, ‘भाजपा सरकार शीघ्र सभी को फ़्री वैक्सीन देने का ऐलान करे व हवाई बातें छोड़कर बताए कि वैक्सीन लगाने की सरकार के पास क्या ठोस योजना है व किस तारीख़ तक ये काम पूरा होगा. अस्पताल को एक खास रंग के ग़ुब्बारों से सजाकर उसका भाजपाईकरण व वैक्सीनेशन को प्रचार का माध्यम बनाना तुरंत बंद हो.’ अखिलेश यादव की मांग पर यूपी के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने नाराजगी जताई और अखिलेश यादव पर वैक्सीन पर राजनीति करने का आरोप लगाया.
वैक्सीन को लेकर सियासत
संकट की इस घड़ी में वैक्सीन को लेकर सियासत तो शुरू हो गई है. कई राज्य वैक्सीन की कमी की दुहाई भी दे चुके हैं. लेकिन सवाल है कि सियासत करने से क्या लोगों को वैक्सीन मिल जाएगी? क्या कोरोना के हालात काबू हो जाएंगे?