इस शख्स ने COVID Relief Fund को भी नहीं छोड़ा, फर्जी कंपनियों के सहारे हासिल किए 37 करोड़ और Cars खरीदने पर उड़ा दिए
वॉशिंगटन. कोरोना (Coronavirus) महामारी के बीच अमेरिका (America) से धोखाधड़ी की एक ऐसी खबर सामने आई है, जो आपको हैरान कर देगी. यहां कैलिफोर्निया के रहने वाले एक शख्स ने सरकार की तरफ से दिए जा रहे COVID रिलीफ फंड (COVID Relief Fund) के लाखों डॉलर अपने शौक पूरे करने पर खर्च कर डाले. उसने धोखाधड़ी से हासिल किए इस फंड से न केवल फरारी, बेंटले और लेम्बोर्गिनी जैसी लग्जरी कारें (Luxury Cars) खरीदीं, बल्कि घूमने-फिरने पर भी जमकर पैसा उड़ाया. हालांकि, अब उसे कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा.
पिछले साल किया फर्जीवाड़ा
आरोपी शख्स का नाम मुस्तफा कादरी (Mustafa Qadiri) है. 38 वर्षीय कादरी ने धोखाधड़ी के जरिए सरकार की तरफ से छोटे व्यवसायों को प्रदान किया जा रहा रिलीफ फंड हासिल किया और उससे अपने शौक पूरे किए. पुलिस के मुताबिक, कादरी ने मई और जून, 2020 में बैंक खातों में फर्जीवाड़ा कर चार व्यवसायों के नाम पर सरकार से रिलीफ फंड लिया. इस तरह उसने सरकार को लाखों डॉलर का चूना लगाया. सरकार छोटे व्यवसायों को आर्थिक मदद मुहैया करा रही है, ताकि महामारी से निपटने में उन्हें ज्यादा परेशानी न हो.
Government को ऐसे लगाया चूना
कैलिफोर्निया के अटॉर्नी ऑफिस ने ट्वीट करके इस मामले की जानकारी दी है. मुस्तफा कादरी ने COVID19 रिलीफ फंड के नाम पर 5 मिलियन डॉलर यानी लगभग 37 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. उसने सरकार के पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम (PPP) के तहत यह रकम हासिल की. कादरी ने उसने दावा किया कि महामारी में उसके चार व्यवसाय ठप हो गए हैं, जबकि असल में उसका कोई व्यवसाय था ही नहीं.
इन आरोपों में दर्ज हुआ Case
घोटाले का खुलासा होने के बाद प्रशासन ने मुस्तफा कादरी की लग्जरी कारें और उसके खाते में बचे करीब 20 लाख डॉलर को जब्त कर लिया गया है. कादरी को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था, मगर बाद में उसे 1 लाख डॉलर के बॉन्ड की जमानत पर रिहा कर दिया गया. उस पर बैंक फ्रॉड, धोखाधड़ी, पहचान छिपाने, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे कई आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
Bank Record में छेड़छाड़
प्रशासन के अनुसार, आरोपी कादरी ने अपनी चार फर्जी कंपनियों के हवाले से तीन बैंकों में फर्जी PPP लोन के लिए आवेदन किया. इसके लिए बैंक रिकॉर्ड में छेड़छाड़ की गई, फर्जी टैक्स रिटर्न दिखाया गया और कर्मचारियों के बारे में झूठी जानकारी दी गई. कादरी ने इस घोटाले को अंजाम देने के लिए किसी और का नाम, सोशल सिक्योरिटी नंबर और हस्ताक्षर इस्तेमाल किए. हालांकि, कादरी सभी आरोपों से इनकार कर रहा है.