नाइजीरिया के राष्ट्रपति का अकाउंट डिलीट करना Twitter को पड़ा भारी, भारतीय Koo ने की एंट्री


नई दिल्ली. भारत सरकार और ट्विटर (Government vs Twitter) के बीच टकराव की स्थिति है वहीं नाइजीरिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया. इसके बाद अब नाइजीरिया में स्वदेशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट कू Koo एंट्री कर चुका है. Koo अब भारत के अलावा नाइजीरिया के मार्केट पर भी पकड़ बनाएगा.

नाइजीरिया की भाषा में कू
कू (Koo) ने कहा कि अब भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म नाइजीरिया में भी उपलब्ध है. इसके साथ ही कू ने कहा कि वह नाइजीरिया में यूजर्स के लिए नई स्थानीय भाषाएं जोड़ना चाहती है. यह घटनाक्रम इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि नाइजीरिया सरकार ने कू के कॉम्पटीटर ट्विटर (Twitter) पर देश में अनिश्चतकाल के लिए रोक लगा दी है. कू के एक पोस्ट में इसके सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा कि यह मंच अब नाइजीरिया में उपलब्ध है.

कानून का होगा पालन
Koo के सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा कि हम वहां स्थानीय भाषाएं जोड़ने पर विचार कर रहे हैं. राधाकृष्ण ने कहा, ‘अब हमारे लिए नाइजीरिया में मौका है. कू का इरादा ऐप में स्थानीय नाइजीरियाई भाषाएं जोड़ने का है.’ उन्होंने कहा कि हमारा मंच नाइजीरिया के बाजार में विस्तार के लिए तैयार है. कू अपने ऑपरेशन वाले देशों में स्थानीय कानूनों का पूरी तरह अनुपालन करेगी.

क्या है मामला
दरअसल, ट्विटर ने दो दिन पहले ही नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मदु बुहारी के आधिकारिक अकाउंट को डिलीट कर दिया था. इसके बाद नाइजीरिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दिया. नाइजीरिया के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का कहना है कि ट्विटर का इस्तेमाल देश के कॉरपोरेट को नीचा दिखाने के लिए किया जा रहा है, इसलिए सरकार ने ट्विटर को अनश्चितकाल के लिए सस्पेंड करने का ऐलान किया है.

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