Water Retention : शरीर में पानी के भरने से कहीं हाथ-पैरों में तो नहीं है सूजन? समाधान के लिए अपनाएं ये टिप्स
Water Retention: वाटर रिटेंशन की समस्या से कई लोग जूझ रहे हैं। खासकर बारिश और सर्दियों में लोगों के हाथ-पैरों में जबरदस्त सूजन आ जाती है और टांगों में दर्द होने लगता है। इन सिम्टम्स को नजरअंदाज करने पर समस्या गंभीर हो सकती है।
Water Retention: वाटर रिटेंशन यानी शरीर के आंतरिक भागों में पानी भर जाना। जब व्यक्ति इस बीमारी की चपेट में आता है तो अक्सर उसके बाहरी हिस्सों जैसे हाथ, पैर, एड़ी और टांगों में सूजन दिखने लगती है। कभी-कभी सूजे हुए अंगों में तेज चुभन और असहनीय दर्द भी उठने लगता है। इस आर्टिकल में हम आपको वाटर रिटेंशन से संबंधित विस्तार से बता रहे हैं।
आपको बता दें कि वाटर रिटेंशन की चपेट में व्यक्ति तभी आता है तो उसका शरीर मिनरल लेवल को संतुलित नहीं कर पाता है। इससे शरीर के टिशूज में पानी भरने लगता है जिसके चलते बॉडी के बाहरी ऑर्गन्स फूलने लगते हैं। शरीर में नमक की मात्रा बढ़ने से भी ये समस्या हो सकती है।
- हाथ- पैरों का सूज जाना
- भूख न लगना
- पैरों, एड़ियों और टांगों में दर्द
- फूली हुई उंगलियां
- उंगलियों में अंगूठी का टाइट हो जाना
- अचानक वजन बढ़ना
- त्वाचा पर निशान पड़ना
- हाइपोथायराइड की समस्या होना
- पेट में भारीपन महसूस होना
इस सिचुएशन में संभाले अपना दिल, न करें खुद से इलाज
इसमें ऐसे लोगों को बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है जो पहले से ही दिल की बीमारी जैसे हेल्थ प्राब्लम्स से जूझ रहे हों और फिर उनके शरीर में पानी जमा हो जाए। क्योंकि ऐसे लोगों में पानी के जम जाने यानी लाइफ थ्रिएटिंग सिचुशन में पहुंच जाना है।’ आसान भाषा में समझें तो यह मरीज एक खतरनाक स्थिति में पहुंच सकता है।
डाइट में कम लें नमक की मात्रा