लिवर में हो जाती है सूजन, खुद अमिताभ भी झेल चुके हैं ये इंफेक्शन; खतरनाक हो सकता है शराब पीना!

आज दुनिया भर में विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर इस वायरल संक्रमण के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस बीमारी का शिकार महानायक अमिताभ बच्चन भी रह चुके हैं।

विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World Hepatitis Day 2021) हर साल 28 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन दुनियाभर में इस वायरल इंफेक्शन के बारे में जागरूकता लाने को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा कई तरह की गाइडलाइन और अभियान जारी किए जाते हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, हर 30 सेकेंड में एक और प्रति एक मिनट में 2 व्यक्ति की मौत का कारण हेपेटाइटिस इंफेक्शन है।

अगर आंकड़ों की बात करें तो हर साल 11 लाख लोगों की सांसें हेपेटाइटिस बी और सी के संक्रमण के कारण थम जाती हैं। यही वजह है कि दुनियाभर में 42% बच्चों को पैदा होते ही हेपेटाइटिस बी के टीके की खुराक दी जाती है। क्या आप जानते हैं कि इस बीमारी का शिकार बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन भी हो चुके हैं। बहरहाल, आज हम आपको इस वायरल इंफेक्शन के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।

​हेपेटाइटिस से पीड़ित रह चुके हैं बिग बी

चूंकि भारत के गौरव और दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन खुद भी हेपेटाइटिस की मार झेल चुके हैं। इसलिए वे मई 2017 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया के क्षेत्रीय कार्यालय (SEARO) की ओर से हेपेटाइटिस के लिए डब्ल्यूएचओ के सद्भावना राजदूत (WHO’s Goodwill Ambassador) के रूप में नियुक्त किए गए थे।अमिताभ कहते हैं कि ‘मैं हेपेटाइटिस बी का एक जीवित उदाहरण हूं।’ हेपेटाइटिस बी के विषाणुओं को फैलने से नहीं रोका गया तो ये संक्रमण पुराने जिगर की बीमारी का कारण बन सकते हैं।

​क्या है हेपेटाइटिस और किन कारणों से फैलता है

हेपाटाइटिस वायरल इन्फेक्शन के कारण होता है लेकिन इसके कई और भी कारण होते हैं जिनके बारे में नीचे जिक्र किया गया है।

  • ऑटोइम्यून कंडिशन (Autoimmune condition)। इस सिचएशन में कभी-कभी शरीर के इम्यून सेल्स से यह पता चलता है कि लिवर के सेल को हानि पहुंच रही है। लिवर में सूजन के कारण ये कैंसर (Liver Cancer) जैसी गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकता है।
  • एल्कोहल इनटेक (Alcohol intake) इसका दूसरा कारण हो सकता है। शराब लिवर के द्वारा मेटाबॉलाइज्ड होती है और इसके बाद ये शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलता है। इसलिए अत्यधिक मात्रा में शराब पीने से भी हेपेटाइटिस होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • कुछ लोग दवाइओं का अत्यधिक सेवन करते हैं। दवाओं की ओवर डेज (Medication overdose) में विषाक्त पदार्थ लिवर सेल में सूजन का कारण बनते हैं। और हेपेटाइटिस सी के संक्रमण से लिवर में जलन (Inflammation) और सूजन हो जाती है।
हेपेटाइटिस के लक्षण

हेपेटाइटिस की प्रथम अवस्था में लक्षण कुछ साफ तरह नहीं पता नहीं चलता है लेकिन क्रॉनिक अवस्था में इसके कुछ लक्षण नजर आ जाते हैं-

  • पीलिया (Jaundice)
  • त्वचा और आंखों का पीला होना
  • थकान
  • मतली या उल्टी
  • उल्टी
  • पेट दर्द
  • लिवर में सूजन
  • जोड़ो में दर्द
  • डार्क यूरीन
  • खुजली
  • भूख न लगना
  • वजन कम होने लगना या कमजोरी होना
  • बुखार

​हेपेटाइटिस के प्रकार

हेपेटाइटिस 5 प्रकार के होते हैं।

हेपेटाइटिस ए

हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस ए वायरस (एचएवी) के संक्रमण के कारण होता है। इस प्रकार का हेपेटाइटिस आमतौर पर हेपेटाइटिस ए से संक्रमित व्यक्ति के मल से लेकर दूषित भोजन और विषाक्त जल के सेवन से फैलता है।

हेपेटाइटिस बी

हेपेटाइटिस बी संक्रामक शरीर के तरल तत्वों, जैसे रक्त, योनि स्राव, या स्पर्म यानी सेक्स संबंध बनाने से फैलता है, जिसमें हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) होता है। नशीली दवाओं का इंजेक्शन लगाने, संक्रमित साथी के साथ यौन संबंध बनाने या संक्रमित व्यक्ति के साथ रेजर शेयर करने से भी आपको हेपेटाइटिस बी होने का खतरा बढ़ जाता है।

हेपेटाइटस सी

हेपेटाइटिस सी, हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) से आता है। हेपेटाइटिस सी संक्रमित शरीर के तरल पदार्थ के सीधे संपर्क के माध्यम से फैलता है, आमतौर पर इंजेक्शन दवा के उपयोग और यौन संपर्क के माध्यम से।

हेपेटाइटिस डी

इसे डेल्टा हेपेटाइटिस भी कहा जाता है। हेपेटाइटिस डी, हेपेटाइटिस डी वायरस (एचडीवी) के कारण होने वाली एक गंभीर जिगर की बीमारी है। एचडीवी संक्रमित रक्त के सीधे संपर्क में आने से होता है। हेपेटाइटिस डी, हेपेटाइटिस का एक दुर्लभ वेरिएंट है, जो केवल हेपेटाइटिस बी संक्रमण के संयोजन में होता है।

हेपेटाइटिस ई

हेपेटाइटिस ई एक जलजनित रोग है जो हेपेटाइटिस ई वायरस (एचईवी) के कारण होता है। हेपेटाइटिस ई मुख्य रूप से गंदे क्षेत्रों में पाया जाता है। सीडीसी के अनुसार, मध्य पूर्व, एशिया, मध्य अमेरिका और अफ्रीका में हेपेटाइटिस ई के मामले सामने आए हैं।

बचाव

  • चूंकि ये संक्रमण पैदा होने वाले बच्चों में भी फैलता है इसलिए सबसे पहले उसे हेपेटाइटिस बी के टीके की पहली खुराक दिलवाएं। शिशुओं को 6 से 18 महीने की उम्र तक सीरीज में तीनों शॉट लगाने चाहिए।
  • वयस्कों को भी इसका टीका लगवाना चाहिए। हेपेटाइटिस बी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका टीका लगवाना ही है।
  • हेपेटाइटिस बी और सी वायरस, संक्रमित व्यक्ति के रक्त या शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है। इसलिए दूसरों के खून या शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क में आने से बचें।
  • हेपेटाइटिस ए और ई के संक्रमण से बचने का एक महत्वपूर्ण तरीका साफ सफाई रखना।
  • यदि आप यात्रा पर है हैं तो आपको लोकल क्षेत्र के पानी, कच्चे फल और सब्जियों के सेवन से बचना चाहिए।
  • गलती से दवा की सुई साझा नहीं करना।
  • रेजर शेयर न करना।
  • किसी और के टूथब्रश का उपयोग न करना।
  • सतह पर गिरे हुए खून को नहीं छूना।
  • सेफ तरीके से सेक्स करना।

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