पहिया वाहन और हेलमेट की मित्रता का ज्ञान ट्रैफिक पुलिस के साथ
नोएडा. भारत सरकार की 2019 की रिपोर्ट ये बताती है कि 2 पहिया वाहन चलाने की मृत्यु संख्या 44666 थी । जिस में चलाने वाले लगभग 30148 और बैठने वाले 14518 थे। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मौत हुई थी जिसकी संख्या 7049 थी। ऐसे में अभी तक लोग नॉन आईएसआई हेलमेट या टोपी लगा के चालान से तो बच जाते है पर इसके विपरीत प्रायः दुर्घटना का शिकार भी बन जाते थे। उत्तर प्रदेश में 2019 में 22665 लोगों की जान गई थी, जिसमे 67% लोगों की मौत ज्यादा तेज चलने से हुई थीं।
ऐसे में जागरूकता लाने हेतु मित्रता दिवस पर नोएडा ट्रैफिक पुलिस के तत्वावधान में 7 एक्स वेलफेयर टीम ने फेलिक्स हॉस्पिटल के संयुक्त प्रयास से आईएसआई हेलमेट लगाने के लिए और यातायात का सही मायने में पालन करने के लिए लोगों को जागरूक किया। ये अभियान होशियारपुर गाँव में किया गया, जहां पर वहां ज्यादा से ज्यादा युवा और बच्चे इक्कट्ठा हुए। ट्रैफिक इंस्पेक्टर अशुतोष कुमार सिंह ने युवाओं को आईएसआई हेलेमट और यातायात नियम के बारीकियों के महत्व के बारे में समझाया और उन्हें साथ मिलके वालंटियर्स के तौर पर आगे आने के लिए प्रेरित भी किया।
उन्होंने ड्राइविंग लाइसेंस, लेंन ड्राइविंग ,ओवरस्पीड,के बारे में बहुत अच्छे से समझाया। बलवीर सिंह ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर ने बच्चों और युवाओं के यातायात के विभिन्न नियम के बारे में बताया। जिसे लोगों ने काफी पसंद किया। उन्होंने बताया कि हम सब आप के असली मित्र है, नियम का पालन करे और दूसरों को भी इसकी सही जानकारी दे। फेलिक्स हॉस्पिटल से इम्तियाज ने जानकारी दी कि दुर्घटनाओं के होने पर क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, जिससे लोगों की जान बचाई जा सके। फेलिक्स हॉस्पिटल आने वाले आगे के प्रोग्राम में सीपीआर के बारे में गांव वालो को टीम के माध्यम से बताया जाएगा।
लोगों ने आज मिलकर शपथ भी ली की आगे से वो नई नियामवली का पूर्ण रूप से पालन करेंगे और दूसरों को भी आगे से यातायात के नियम के बारे में संमझाएंगे। जिससे अगर आप सुरक्षित, तो परिवार सुरक्षित और तभी ये राष्ट्र भी सुरक्षित होगा। ये जागरूकता अभियान लगातार और गाँवो में चलता रहेगा। आज के इस अभियान में ट्रैफिक विभाग से आशुतोष कुमार सिंह,बलवीर सिंह, जयन्द्र गंगवार व अन्य यातायात कर्मियों का साथ मिला। ट्रैफिक टीम में सबसे कम उम्र के मास्टर निहित सिंह उम्र 3 वर्ष ने भी वालंटियर बनने के लिए गांव वालों के साथ शपथ ली और लोगों को प्रेरित किया। आज के प्रोग्राम में गांव के साथ हॉस्पिटल का साथ, ट्रैफिक पुलिस का साथ, वालंटियर्स का साथ और छोटे नन्हे बच्चों का साथ मिला जो मित्रता दिवस का हर मायने में खास बना देता है।