दगौरी में छोटे झांड़ के जंगल को अवैध कब्जा से बचाने ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर/अनिश गंधर्व. बिल्हा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम दगौरी में आज से बीस साल पहले ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पारित कर सरकारी जमीन पर पौधा रोपण किया गया था। उक्त जमीन पर ग्राम के पूर्व सरपंच कब्जा करने की कोशिश कर रहा है। पूर्व सरपंच का कहना है कि सरकारी जमीन से लगे लगानी जमीन उसकी है साथ ही साथ वह छोटे झांड़ के जंगल पर अपना अधिकार बता रहा है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की है।
सौंपे गये ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया है कि बाजार और अमेरी पहुंच मार्ग के पास खसरा नंबर 224/1 ढाई एकड़ शासकीय जमीन है। उक्त जमीन की रखरखाव के लिये बीस साल पूर्व ग्राम पंचायत में प्रस्ताव पारित इस छोटे झांड़ के जंगल के रूप में उपयोग करने के लिये ग्रामीणों ने पौधा रोपण किया है। कुछ दिनों से पूर्व सरपंच राजकुमार साहू द्वारा उक्त जमीन पर कब्जा करने की नीयत से निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया है। इस जमीन पर हरियाली लाने की मंशा रखने वाले ग्रामीणों में अवैध निर्माण को लेकर रोष व्याप्त है। हल्का पटवारी भी कब्जाधारी के पक्ष में काम रहा है। किसी भी सूरत में छोटे झांड़ के जंगल बर्बादी के कगार न पहुंचे इसके लिये ग्रामीणों ने तहसीलदार, थानेदार, पटवारी और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर अवैध निर्माण पर रोक लगाने की मांग की है। ग्रामीणों को कहना है कि पूर्व सरपंच राजकुमार साहू को खेत के मेढ़ से रास्ता देने पर भी सहमति बन गई है इसके बाद भी वह नहीं मान रहा है। अवैधानिक तरीके से सरकारी जमीन को हासिल करने के बाद वह उसमें दुकान और मकान बनाकर बेचना चाहता है उसने एक पेड़ तक की बलि चढ़ा दी है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम दगौरी की शासकीय जमीनों पर इन दिनों भू-माफिया नजर लगाये हुए हैं। छोटे झांड़ के जंगल में अगर कब्जा हुआ तो आसपास के समस्त सरकारी जमीनों पर कब्जाधारी काबिज हो जाएंगे।